फोटो- बदरीनाथ विधायक महेन्द्र भटट।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। चार धाम देवस्थानम बोर्ड के सदस्य एंव बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट श्री बदरीनाथ धाम पंहुचे। बुधबार को वे राज्यस्तरीय यात्रा शुरू होने के बाद की स्थिति तथा बेहतर यात्रा संचालन पर देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों/कर्मचारियों की बैठक लेगे।
बदरी-केदार मंदिर समिति के चार धाम देवस्थानम बोर्ड में विलय के बाद कर्मचारियों की समस्याओ व धाम की व्यवस्थाओं को लेकर व्यापक चर्चा व विचार मिमर्श किया जाना है, ताकि आने वाले दिनों में यदि बाहरी राज्यों के लिए भी यात्राएं शुरू कर दी जाय तो तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कते ना हो। इन्ही सब विषयों पर चर्चा के लिए देवस्थानम बोर्ड के सदस्य व बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट मंगलवार को श्री बदीनाथ धाम पंहुचे, वे बुधबार को देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियेां/कर्मचारियों की महत्वपूर्ण बैठक लेगे।
देवस्थानम बोर्ड के सदस्य श्री भटट द्वारा आहुत इस बैठक मे विकट परिस्थितियों मे उच्च हिमालयी धामों मे सेवा कर रहे कर्मचारियों को नियत समय मे वेतन निर्गत करने के अलावा भगवान बदरीनारायण की भोग सामग्री-चावल, दालें, घी , तेल, लकडी चंदन व केसर आदि जरूरी चीजांे की उपलब्धता व आवश्यकता पर भी चर्चा किए जाने की संभावनाएं है।
विधायक महेन्द्र भटट के अनुसार वे अनलाॅक-1 के दौरान भी जिलास्तरीय चारधाम यात्रा शुरू कराने के पक्षधर थें । कहा कि पर्वतीय जनपदों के अनेको अनेक परिवारों व लोगों ने अपने जनपदों मे अवस्थित धामो के दर्शन नही किए हैं। यदि चमोली जनपद के लेाग श्री बदरीनाथ , रूद्रप्रयाग जनपद के लेाग श्री केदारनाथ तथा उत्तरकाशी जनपद के लोग गंगोत्री व यमनोत्री के दर्शन इस पीरियड मे कर सके तो इस प्रकार की ब्यवस्था से ठप्प पडी चारधाम यात्रा की शुरूवात होती और आने वाले समय के लिए तैयारियाॅ भी होती। लेकिन अब राज्य सरकार ने राज्य वासियों के लिए चारधाम यात्रा कराने का जो निर्णय लिया है वो बेहद सराहनीय और राज्य के लेाग बडी संख्या मे धामो मे दर्शनो के लिए पंहुच रहे है। राज्य स्तरीय यात्रा के शुरू होने से कपाट खुलने के बाद वीरान पडे घार्मिक स्थलों मे रौनक लौटने लगी है।
विघायक महेन्द्र भटट के अनुसार 1जुलाई को राज्यस्तरीय यात्रा शुरू करने के बाद पहले 6दिनों मे चार धामों पाॅच हजार से अधिक श्रद्धाजु दर्शनो के लिए पंहुच चुके है। और दर्शनो के लिए ई-पास बनने की संख्या मे रोज इजाफा हो रहा है।