फोटो- यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करती एसडीएम कुमकुम जोशी।
वीडियो- एसडीएम कुमकुम जोशी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। श्री बदरीानाथ के कपाट खुलने से पूर्व कोविड गाइड लाइन व यात्रा व्यवस्था का एसडीएम ने लिया जायजा। देवस्थानम बोर्ड व नगर पंचायत के अधिकारी भी रहे साथ। 18 मई को खुलने हैं, भू-वैकुंठ धाम बदरीनाथ के कपाट।
कलियुग पापाहारी भगवान श्री हरिनारायण के कपाट खुलने से पूर्व कोरोना गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित कराए जाने को लेकर जोशीमठ की उपजिला मिजिस्ट्रेट कुमकुम जोशी ने शनिवार को बदरीनाथ पंहुचकर स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होने मंदिर के सिंहद्वार प्रांगण, तप्तकंड मार्ग, पार्किगं एरिया व अन्य मार्गो का निरीक्षण करने के उपरान्त कहा कि कोरोना गाइड लाइन के अनुरूप देवस्थानम बोर्ड व नगर पचंायत बदरीनाथ द्वारा तैयारियाॅ पूर्ण कर ली गई है।पूरे बदरीनाथ धाम को सेनिटाइज करवा दिया गया है, इसके अलावा मैटल की दीवारो, रैलिंग व कुर्सियो आदि को भी सेनिटाइ करने के साथ ही इनको कोई छूए नही इसके लिए भी पर्याप्त ब्यवस्थाए की जा रही है। अलग-अलग स्थानो मे सेनिटाइज मशीने लगा दी गई है। कहा कि कोविड गाइड लाइन का आवश्यक रूप से पालन हो इसके लिए पर्याप्त पुलिस बल बदरीनाथ घाम पहंुच गया है।
एसडीएम ने कहा कि क्योंकि यात्रा स्थगित है इसिलए देवस्थानम बोर्ड द्वारा अनुमन्य ब्यक्तियों को ही मंदिर मे प्रवेश की अनुमति होगी। उन्होने आम श्रद्धालुओ से अनावश्यक रूप से धाम मे ना पंहुचने का आग्रह किया। एसडीएम ने श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी श्री रावल व नायब रावल के अपने आवासो से मंदिर तक पंहुचने के मार्गो पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए सेनिटाइजेशन की समुचित ब्यवस्था करने के निर्देश नगर पंचायत बदरीनाथ को दिए।
यात्रा तैयारियों की ब्यवस्था निरीक्षण के दौरान उप मुख्य कार्याधिकारी/प्रभारी अधिकारी सुनील तिवारी, नगर पंचायत बदरीनाथ के ईओ सुनील पुरोहित, बदरीनाथ के थानाध्यक्ष सतेन्द्र सिंह, मंदिर अभियन्ता गिरीश रावत, व कमेटी सहायक संजय भटट आदि भी एसडीएम के साथ मौजूद रहे।
गौरतलब है कि इस वर्ष भी कोरोना के साये मे ही भगवान नारायण के कपाट खुल रहे है, हाॅलाकि इस वर्ष कपाट खुलने का मुहुर्त नही बदला गया ,। पंरपरानुसार टिहरी राजदरबार द्वारा बसन्त पंचमी पर्व पर कपाट खुलने की जा तिथि घोषित की गई, उसी तिथि पर भगवान बदरीविशाल के कपाट खुल रहे है। गत वर्ष कोरोना काल के कारण कपाट खुलने की पूर्व घोषित तिथि 30अप्रैल को कपाट नही खोले जा सके थे, तब गत वर्ष 15मई को कपाट खोले गए। इस वर्ष गत वर्ष की भाॅति कोविड गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है और कपाट भी निर्धारित तिथि पर ही खुल रहे है।