बागेश्वर। मानसून सत्र की तैयारियों को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने आज तहसील कपकोट के अन्तर्गत पीएमजीएसवाई, पशु चिकित्सालय, लोनिवि, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कपकोट का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने पशु चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए उपस्थित पंजिका का अवलोकन करने पर पाया कि चिकित्सालय में कुल 05 कर्मचारी तैनात हैं, जिसमें फार्मेसिस्ट जगदीश चन्द्र पन्त मेडिकल अवकाश पर है और अन्य कार्मिक उपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि पशु चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में दवा की उपलब्धता बनी रहे तथा मानसून सत्र से पूर्व जानवरों के लिए भूसा, चारा आदि की भी व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने चिकित्सालय परिसर में स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई कपकोट का कार्यालय का औचक निरीक्षण करने पर पाया कि अधि0अभि0पीएमजीएसवाई कपकोट 11रू00 बजे तक कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए थे तथा जेर्इ विपिन कुमार सैनी भी अनुपस्थित पाये गये। और कार्यालय में बायोमेट्रिक मशीन भी स्थापित नहीं की गयी है तथा अधिकारियों द्वारा उपस्थिति पंजिका में भी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करायी जा रही है एवं भ्रमण पंजिका का अवलोकन करने पर पाया कि पंजिका में अधिकारियों के द्वारा किये गये भ्रमण भी सही प्रकार से अंकन नहीं किया गया है और न ही फील्ड अधिकारियों की उपस्थिति कहीं भी दर्ज नहीं की जा रही है। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अधि0अभि0पीएमजीएसवाई कपकोट एवं जेर्इ के वेतन आहरित न करने के निर्देश दिये साथ ही उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाये अन्यथा प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्यवाही नियमानुसार अमल में लायी जायेगी।
लोक निर्माण विभाग कपकोट का औचक निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका एवं बायोमेट्रिक मशीनए भ्रमण पंजिका का निरीक्षण करते हुए पाया कि विभाग में कार्यरत 14 जेई के द्वारा अपनी उपस्थिति कही भी दर्ज नहीं की जा रही है और न ही भ्रमण पंजिका में किये गये भ्रमणों का अंकन किया जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने अधि0अभि0 लोनिवि से जानकारी ली कि यदि संबंधित जेईयों के द्वारा अपनी उपस्थिति कहीं भी दर्ज नहीं कराई जा रही है तो उनका वेतन किस आधार पर आहरित किया जा रहा है। इस संबंध में अधि0अभि0 के द्वारा कोई भी उत्तर नहीं दिया गया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों का वेतन तब तक आहरित नहीं किया जायेगा जब तक उनके द्वारा स्पष्ट आख्या प्रमाण सहित प्रस्तुत नहीं की जायेगी। इसके लिए उन्होंने अधि0अभि0 को निर्देश दिये है कि संबंधित अधिकारियों द्वारा अपनी उपस्थिति के संबंध में क्षेत्र में जो भी भ्रमण कार्यक्रम किये गये है इस संबंध में किये गये कार्यों का प्रमाण सहित स्पष्ट आख्या उप जिलाधिकारी कपकोट को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये तथा उप जिलाधिकारी कपकोट के द्वारा प्राप्त आख्या को उन्हें प्रेषित करने को कहा। जिलाधिकारी ने अधि0अभि0 को निर्देश दिये है कि आगामी मानसून सत्र को ध्यान में रखते हुए विभाग के पास जो भी सड़के है उन सड़कों की नालियॉ एवं कलमठों को दूरस्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधि0अभि0 को यह भी निर्देश दिये है कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाये भविष्य में इस प्रकार की कोर्इ भी शिकायत प्राप्त न हो पाय। यदि भविष्य में किसी प्रकार की कोर्इ शिकायत या कमी पायी जाती है तो संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लार्इ जायेगी। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को कहा कि उनकी ओर से लोनिवि के उच्च अधिकारियों को पत्र प्रेषित करने को कहा। साथ ही उन्होंने उप जिलाधिकारी कपकोट को भी क्षेत्र के अन्तर्गत स्थापित कार्यालयों के समय.समय पर औचक निरीक्षण करने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र कपकोट का औचक निरीक्षण किया जिसमें उन्होंने चिकित्सालय में सीसीटीवीए बायोमेट्रिक मशीनए अग्निशमन यंत्रए पंजीकरण कक्षए दवा वितरण कक्षए पैथलोजी कक्षए नेत्र कक्षए होम्योपैथिक कक्ष आदि का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने होम्योपैथिक कक्ष का निरीक्षण करने पर पाया कि फार्मेसिस्ट दीपेश्वर गौड़ 02 मर्इ 2019 से बिना अवकाश स्वीकृत किये हुए अनुपस्थित पाये गये जिस पर काम नहीं तो वेतन नहीं के अनुसार संबंधित कर्मचारी के वेतन आहरित न करने के निर्देश दिये। उन्होंने संबंधित कर्मचारी के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान चिकित्सकों को निर्देश दिये कि आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार करें मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। मरीजों को सभी दवार्इयॉ चिकित्सालय से ही उपलब्ध करायें किसी भी मरीज को बाहर की दवा न लिखने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सकों को चिकित्सालय में जीवन रक्षक व अन्य आवश्यक दवार्इयों की उपलब्धता बनाये रखें और चिकित्सालय में साफ.सफार्इ का भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने चिकित्सालय में आये हुए मरीजों से भी उनके स्वास्थ संबंधी जानकारियॉ ली और उप जिलाधिकारी कपकोट को प्रत्येक सप्ताह में चिकित्सालय के व्यवस्था एवं सुविधाओं के संबंध में औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी एसण्एसण्एसण्पांगतीए उप जिलाधिकारी कपकोट प्रमोद कुमार एवं संबंधित कर्मचारी मौजूद थे।