रिपोर्टर – विजयपाल सिंह भन्डारी
क्या चकराता विधानसभा में भाजपा में सबकुछ सामान्य नहीं हो पा रहा है, भाजपा चकराता दो धड़ों में बंटती साफ नजर आ रही है, जिला पंचायत अध्यक्षा मधु चौहान के स्वागत समारोह में कालसी और साहिया , दोनों मंडल अध्यक्ष का सभा स्थल पर मौजूद ना रहना संगठन और पार्टी में मतभेदों कि कहानी बंया कर रहा है । हांलांकि भाजपा जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुण्डीर कार्यक्रम में मौजूद नजर जरुर आए, अब सवाल ये उठता है कि जब मधु चौहान कार्यक्रम को भाजपा पार्टी और संगठन बता रही हैं तो फिर दोनों मण्डल अध्यक्ष गायब क्यों थे ?
लोगों में जगह जगह हो रहे कार्यक्रम को लेकर चर्चा चल रही है कहा जा रहा है कि पार्टी के हार का कारण ये ही व्यक्तिवाद है जो साफ नजर आ रहा है । फिलहाल त्रिवेंद्र गुट अलग थलग पड़ा है । मधु चौहान को भी त्रिवेन्द्र गुट से ही देखा जाता है और जिला अध्यक्ष शमशेर पुण्डीर भी इसी गुट के माने जाते है । जब चकराता में प्रोग्राम हुआ तो वहाँ भी चकराता का मण्डल अध्यक्ष कार्यक्रम मे मौजूद नहीं था अब साहिया में संयुक्त कार्यक्रम होने के बावजूद कालसी और साहिया मण्डल के अध्यक्षों का कार्यक्रम में नदारद रहना इस बात कि तस्दीक करता है कि पार्टी मे गुट बाजी हावी है ।
चकराता में एक धड़ा मधु चौहान कि पार्टी के प्रती निष्ठा को लेकर सवाल उठा रहा है उस धड़े का कहना है कि मधु चौहान और उनका गुट सिर्फ उतना ही भाजपाई है जितना कि पार्टी उन्हें टिकट दें । अगर पार्टी चौहान परिवार से इतर टिकट दे तो फिर ये पार्टी के लिए काम नहीं करते । इसका अन्दाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस विधानसभा चुनाव में मधु चौहान को टिकट ना मिलने पर पुरे चुनाव मे एक बार भी चकराता विधानसभा में झांकने तक नहीं गई पार्टी का प्रचार करना तो दुर ।
जबकि भाजपा द्वारा २०१७ में पति पत्नी दोनों को टिकट दिया गया और उसके बाद २०१९ में मधु चौहान को पार्टी कि जिला पंचायत अध्यक्ष बनाई गयी थी तो क्या ये सवाल उठने लाजमी नहीं है कि जिस पार्टी द्वारा अध्यक्षा को इतना सम्मान दिया गया जब पार्टी को उनकी जरुरत थी तो उन्होंने पार्टी का प्रचार करने से हाथ खड़े कर दिये, यहाँ तक कि प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक को चकराता में भाजपा का प्रचार करने से साफ मना कर दिया । और अपनी विधानसभा को छोड़कर विकासनगर विधानसभा में अपने पति के प्रचार में साफ देखी गई थी ।