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01– सुभाॅई-भविष्य बदरी गाॅव मे पूर्व सीएम का हुआ भब्य स्वागत।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने भविष्य बदरीधाम पंहुचकर किया पौधारोपण। कहा देवस्थानम बोर्ड का उनकी सरकार का फैसला दूरगामी है, आने वाले समय में राज्य के देवस्थानम व उनसे जुडे नगरांे व गाॅवों में बेहतर विकास के रूप मंे इसका परिणाम सामने आऐगा।
पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत गढवाल भ्रमण के दौरान अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार भविष्य बदरी धाम पंहुचे। यहाॅ पंहुचने पर सुभाॅई के ग्रामीणों ने पूर्व सीएम का अभूतपूर्व स्वागत किया। उन्होने आद्य जगदगुरू शंकराचार्य द्वारा स्थापित भविष्य बदरी मंन्दिर मे दर्शन के साथ ही गुफा मे प्रगट हो चुके भगवान भविष्य बदरी के श्री विग्रह के भी दर्शन/पूजन किए। इस दौरान उन्होने दोनो स्थानों पर पीपल, सुराई, देवदार व भोजपत्र के पौधों का रोपण किया।
सुभाॅई गाॅव मे आयेाजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम श्री रावत ने कहा कि उनकी प्रबल इच्छा भविष्य बदरी आने की थी, इससे पूर्व भी कई बार प्रयास किये, लेकिन नही पंहुच सका। भविष्य बदरी तक पंहुचने के लिए बेहतर सडक हो यह उनकी प्राथमिकता मे रहा है, और इसी के अनरूप उन्होने अपने कार्यकाल मे इस सडक के लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य बदरी की सडक बेहतर व चैडी हो इसके इसके लिए उन्होने संबधित विभाग को भी निर्देशित किया है।
पूर्व सीएम ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड गठन का फैसला उनकी सरकार का एक एतिहासिक व दूरगामी फैसला है, इसका असर राज्य के देवस्थानम व देवस्थानम से जुडे कस्बो, गाॅवों व धार्मिक क्षेत्रों मे निवासरत लोगो को भी मिलेगा, और सभी देवालयो की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
सुभाॅई गाॅव के युवा सौरभ सिंह ंके संचालन मे हुए इस समारोह को संबोधित करते हुए बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट ने कहा कि भविष्य बदरी सडक के लिए यहाॅ के ग्रामीणों ने जोरदार आंन्दोलन किया था, लेकिन पूर्व मे भविष्य बदरी को सडक नेटवर्क से जुडा हुआ दिखा दिया था, जिसे भारत सरकार के स्तर पर सुधारने के बाद नए सिरे से इसका शासनादेश हुआ। विधायक भटट ने कहा कि उन्होने तब भी कहा था कि वे भविष्य बदरी अब सडक से आऐगे, और आज वे पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत की विशेष कृपा से सडक मार्ग से भविष्य बदरी पंहुचे है।
इसी प्रकार का वाकया वर्ष 2004 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी हुआ था, तब तत्कालीन जिलाध्यक्ष रहे रामकृष्ण ंिसहं रावत ने भी ग्रामीणों का आश्वस्त करते हुए कहा था कि वे अब इस गाॅव मे वाहन से ही आएंेगे। लेकिन तब जनरल खंडूरी चुनाव तो जीते लेकिन केन्द्र मे भाजपा की सरकार नही बन सकी, और सडक का मामला लटकता गया। पूर्व जिलाध्यक्ष श्री रावत भी 2004 के बाद सडक बनने पर ही भविष्य बदरी पंहुचे थे।
भविष्य बदरी भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत के साथ दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रामकृष्ण सिंह रावत, पूर्व राज्य मंत्री रिपुदमन सिंह रावत, पंडित राजेन्द्र प्रसाद अणथ्वाल,पूर्व मीडिया कोर्डिनेटर दर्शन रावत, जिप की पूर्व अध्यक्ष विजिया रावत, पूर्व पालिकाध्यक्ष रोहिणी रावत, सासंद प्रतिनिधि किशोर पवंार, मंडल अध्यक्ष जगदीश सती, नगर अध्यक्ष लक्ष्मण फरकिया, ब्यापार संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष माधव प्रसाद सेमवाल, मंडी समिति के अध्यक्ष विनोद नेगी, पूर्व जिलाध्यक्ष हरक सिंह नेगी, नितेश चैहान, नितिन ब्यास, मुकेश डिमरी ,संदीप नौटियाल,अंशुल भुज्वांण, राकेश भंण्डारी, पूर्व प्रमुख सुचिता चैहान, भूपाल सिंह रावत, पूर्व अध्यक्ष कैप्टन मदन सिंहं फरस्वांण, हर्षबर्धन भटट, सहित अनेक लोग मौजूद थे।
सुभाॅई-भविष्य बदरी के ग्रामीणों की ओर से स्वागत करने वालो मे सौरभ सिंह, महेन्द्र सिंह रावत, कलम सिंह रावत, ग्राम प्रधान बन्दना देवी, ममंद अध्यक्ष सरिता देवी, ऐती देवी, कुॅवर सिंह, जयदीप खंण्डवाल, जयदीप रावत, बलबीर रावत, युममं दल अध्यक्ष दीपक ंिसह सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
बताते चलें कि भविष्य बदरी सडक निर्माण की मंाग को लेकर 18जुलाई 2017 को तहसील मुख्यालय जोशीमठ मे आंन्दोलन का आगाज हुआ था, तब 30 जुलाई को पूर्व जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, व बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट के नेतृत्व मे आंन्दोलकारियों के एक प्रतिनिधिमंण्डल ने सीएम त्रिवेन्द्र रावत से भंेट की थी। और सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने सडक निर्माण का आश्वासन देते हुए जिलाध्यक्ष श्री थपलियाल को अपना प्रतिनिधि नियुक्त करते हुए आन्दोलन समाप्त कराने को कहा था, और एक अगस्त को श्री थपलियाल ने मुख्य मंत्री के प्रतिनिधि के रूप मे आंन्देालन समाप्त कराया था।












