अमित सिंह चौहान
जौनसार बावर के अंतर्गत बिरपा बैंड से खारसी तक लगभग 10 किलोमीटर रोड़ का डामरीकरण हुआ था, जो 2 महीने के अंदर उखड़ भी गया। लगभग 4 महीने हो गए, लेकिन शिकायत करने के बाद भी इस विषय पर उचित कार्यवाही नहीं हो रही है। ठेकेदार की तगड़ी पहुंच की वजह से कोई हाथ डालने को तैयार नहीं है। क्या मुख्यमंत्रीजी दुगड्डा वाली रोड की तरह इसका भी संज्ञान लेंगे?
इस प्रकरण की अब तक हेल्पलाइन में भी शिकायत की गई, लेकिन आज तक किसी के कान में जूं तक नहीं रैंगी। क्या ठेकेदार की पहुंच की वजह से यह सब हो रहा है, या फिर सरकार में बैठे लोगों को इसका कमिशन पहुंच रहा है? इस सड़क से प्रभावित जनता सवाल का जवाब जानना चाहती है।
इस संबंध में गजेंद्र जोशी, प्रदेश अध्यक्ष नव क्रांति स्वराज मोर्चा कहते हैं कि क्योंकि यह जौनसार का प्रिमु मॉडल है। इस सच्चाई को दरकिनार कर नेता किसी गांव में जाकर अपने गले में माला डालने की तैयारी कर रहे हैं। इस सब पर चुप्पी साधने के बजाय आवाज उठाएं। गूँगे बेहरों के साथ मसीहा बनने का ढौंग त्याग दें और बुराई के खिलाफ आवाज बनें।