फोटो- चाइल्ड लाइन सब सेंन्टर जोशीमठ की ब्लाक स्तरीय समन्वय बैठक लेती एसडीएम कुमकुम जोशी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ।
जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने कहा कि चाइल्ड लाइन 1098 सेवा बच्चो का जीवन बचाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कहा कि कोविड काल मे जनदेश चाइल्ड लाइन सब सेंटर जोशीमठ द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई।
एसडीएम कुमकुम जोशी यहाॅ चाइल्ड लाइन सब सेंटर जोशीमठ के ब्लाक स्तरीय समन्वय बैठक को संबोधित कर रही थी, उन्होने कहा कि प्रत्येक बच्चे तक पंहुचने के लिए सरकारी विभागों एवं जनप्रतिनिधियों व संस्थाओ की भूमिका हो सकती है। उन्होने बताया कि तपोवन घाटी की आपदा मे जनदेश ने करीब नौ सौ परिवारों तक राहत सामग्री पंहुचाने के साथ ही 37बच्चो को मदद पंहुचाई गई। एसडीएम ने कहा कि सीमा सडक संगठन व शिक्षा विभाग मिलकर स्कूल से बचिंत रह गए बच्चो की पहचान कर उन्है स्कूल मे पंजीयन कराने मे सहयोग करें।
ब्लाक शिक्षा अधिकारी विवेक पंवार ने कहा यदि प्रवासी किसी भी बच्चे के पास जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध न हो तो उस बच्चे के माता-पिता द्वारा बच्चे की जन्म तिथि स्वय प्रमाणित की जा सकती है, जिससे बच्चों को स्कूलो मे दाखिला मिल सकेगा। सहाय विकास अधिकारी समाज कल्याण खजान सिंह ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। बाल विकास परियोजना की मुख्य सेविका गुडडी डिमरी ने गौर कन्याधन योजना व मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना की विस्तार से जानकारी दी।
चाइल्ड लाईन सब सेंन्टर के देवेन्द्र रावत ने चाइल्ड गतिविधियो की जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 37अलग-अलग मामलों का निपटारा किया, कोविड के दौरान बेसाहरा हो चुके 12बच्चो को राशन किट के साथ 12सौ बच्चों को मास्क व सेनिटाइजर वितरण के अलावा रैणी आपदा मे माता-पिता खो चुके बच्चों को तीस हजार रूपये की आर्थिक मदद की गई।
एसडीएम जोशीमठ के अध्यक्षता एंव जनदेश के सचिव लक्ष्मण नेगी के संचालन मे हुई इस समन्वय बैठक मे शिक्षा, समाज कल्याण, बीआरओ, बाल विकास विभाग के अलावा थाना जोशीमठ से उप निरीक्षक सुधा रावत, नगर पालिका के ईओ एसपी नौटियाल, रमा भंण्डारी, वौणी देवी, हेमा, कलावती, सहित करीब पचास लोग उपस्थित रहे।












