रिपोर्ट . जसपाल राणा
देहरादून। यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले के विरोध में तथा विधानसभा में सचिवालय में और सरकारी विभागों में की गई नियुक्तियों में व्याप्त भ्रष्टाचार और घोटालों की उच्च स्तरीय सीबीआई जांच किए जाने के संदर्भ में दिया गया उक्रांद ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजा।
इस दौरान दीपक रावत ने कहा पिछले कुछ वर्षों में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग उत्तराखंड, लोक सेवा आयोग, विधानसभा प्रशासन और सरकारी विभागों में हो रही नीतियों में व्यापक भ्रष्टाचार हो रहे हैं। जिसमें राजनैतिक तंत्र और अधिकारी लिप्त पाए जा रहे हैं। इसका ताजा ताजा उदाहरण अभी हाल में ही उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पर लोक सेवा आयोग में सामने आया है तथा एक बात इससे स्पष्ट है कि इस भ्रष्टाचार की जड़ें यहीं खत्म नहीं होती, अपितु यह एक जांच का विषय है। इसमें अभी बहुत सारे सफेदपोश नाम आने बाकी हैं। उक्त घोटाले की जांच एसआईटी द्वारा हो रही है, जिसमें कई लोग गिरफ्तार तो हुए हैं, परंतु भर्ती घोटाले की व्यापकता और इस घोटाले में लिप्त राजनैतिक तंत्र और अधिकारियों के होने के कारण यह नाकाफी है।
कार्यकारी जिला अध्यक्ष किरन रावत कश्यप एडवोकेट ने कहा कि इस घोटाले में अभी और भी बड़े लोगों की संलिप्तता संभव है। क्योंकि यह एक बहुत ही संवेदनशील मामला है, तो इसमें कोताही नहीं की जा सकती। उत्तराखंड के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ आज से ही नहीं बहुत वर्षों से करते आ रहे इन लोगों की जांच उच्च स्तरीय सीबीआई द्वारा की जानी बहुत ही अनिवार्य है। जिससे कि असली अपराधियों तक पहुंचा जा सके तथा इस प्रकार के घोटालों की पुनरावृति बार.बार न की जा सके इस पर तुरंत कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है।
उत्तराखंड क्रांति दल ने महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड से विनम्र निवेदन करते हुए कहा इस घोटाले की जांच उच्चस्तरीय न्यायिक सीबीआई द्वारा कराने के आदेश पारित करने की कृपा करें अन्यथा उत्तराखंड क्रांति दल उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी आपकी होगी।
ज्ञापन में केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती, निवर्तमान केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय, प्रताप कुमार, किशन सिंह मेहता, लताफत हुसैन, निवर्तमान युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, जिला अध्यक्ष पछवा दून गणेश काला, निवर्तमान केंद्रीय महिला अध्यक्ष प्रमिला रावत, शकुंतला रावत, प्रवीण रमोला, वीरू सजवान, मोहन अस्वाल सरोज कश्यप, मिथिलेश चौहान, उत्तरा पंत बहुगुणा, विपिन रावत, सुमित डंगवाल, सचिन, ललित, जागेश्वर, शशीकांत आदि कई पदाधिकारियों के हस्ताक्षर हैं।