रिपोर्ट नदीम परवेज पिथौरागढ़ धारचूला
आपदा प्रभावित धारचूला के एलधारा में निर्माण कार्य ना होने से गुस्साए लोगों ने नेशनल हाईवे लिपूलेख मार्ग के ग्वालगांव वार्ड के ऐलधारा में सडक जाम कर आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान नेशनल हाईवे पर काफी लंबा जाम लगा रहा। दर्जनों वाहन जाम में फंसे रहे। जिससे आवाजाही कर रहे राहगीरों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
29 जुलाई 2022 को एलधारा के’ पहाड़ी से भारी मलबा व बोल्डर गिरने से 6 मकान व 40 दुकानें पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे। धारचूला के ग्वालगांव वार्ड के अंतर्गत आपदाग्रस्त एलधारा तड़कोट व मल्ली बाजार क्षेत्र में निर्माण कार्य नहीं होने से आक्रोषित स्थानीय लोगों ने आपदा संघर्ष समिति के अध्यक्ष नेत्र सिंह कुंवर के नेतृत्व में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज टनकपुर-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग के आपदाग्रस्त एलधारा में एक घण्टे से अधिक समय तक चक्का जाम कर नाराजगी जताई।
निर्माण कार्य शुरू नहीं होने को लेकर शासन प्रशाशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम की सूचना पर एसडीएम दिवेश शाशनी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आंदोलनकारियों को प्रशासन के द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी तथा आपदाग्रस्त क्षेत्र में निर्माण के लिए 11 जनवरी को टेंडर लगने की जानकारी दी। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि 11 जनवरी को टेंडर नहीं लगे तो फिर से उग्र आंदोलन किया जाएगा।
आंदोलन की चेतावनी से पुलिस प्रशासन रही सतर्क। संघर्ष समिति के द्वारा एनएच को चक्का जाम के ऐलान को लेकर कोतवाल कुंवर सिंह रावत पुलिस टीम के साथ मौके पर मौजूद रहे। आपदा के पांच महीने बीतने के बाद भी एलधारा में सुरक्षात्मक कार्य ना होने से लोगों को अनहोनी का डर सताने लगा है, जिससे लोग डरे सहमे हुए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नाकामी छुपाने को लाखों के अस्थाई काम करवाए जा रहे हैं।