रिपोर्ट – जसपाल राणा
देहरादून : घटना का विवरण – 04-01-2023 को कोतवाली ऋषिकेश में वादी बबलू थापा पुत्र प्रेम बहादुर निवासी गली नंबर- 07 चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश के द्वारा एक लिखित तहरीर दी गई कि मेरा पुत्र तुषार थापा दिनांक: 31-12-2022 को शाम 08 बजे करीब न्यू ईयर पार्टी मनाने गया था, मुझे अगले दिन दिनांक:- 01-01-2023 को सुबह हमें सूचना मिली कि मेरे पुत्र तुषार थापा को कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने मारपीट कर अधमरा कर केवलानंद चौक मायाकुंड ऋषिकेश में फेंक दिया था, जिसको पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ऋषिकेश दीप शर्मा जी द्वारा राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने मेरे पुत्र को मृत घोषित कर दिया। मेरा पुत्र तुषार थापा आखिरी बार अरुण खरे पुत्र राजवीर सिंह निवासी नगला करवाड़ा थाना दोघट जिला बागपत उत्तर प्रदेश हाल निवासी गली नंबर 10 चंद्रेश्वर नगर चंद्रभागा ऋषिकेश के साथ देखा गया था। उसके द्वारा ही मेरे पुत्र को मारा गया है, उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाये। प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में मु0अ0सं0-06/23 धारा-302 आईपीसी अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।
पुलिस अधीक्षक देहात व क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा घटनास्थल का गहनता पूर्वक निरीक्षण कर महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलित कर घटना के अनावरण हेतु अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया । घटनास्थल के आसपास आने जाने वाले मार्गाे पर लगे लगभग 50 से 60 सीसीटीवी कैमरों का बारीकी से अवलोकन किया गया । घटनास्थल के आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की गई।मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। उपरोक्त किए गए कार्यों से गठित टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि दिनांक: 01-01-2023 की प्रातः अरुण खरे के द्वारा ही मृतक तुषार उर्फ पिंडारी को आपसी झगड़े के दौरान गंभीर रूप से चोट ग्रस्त कर दिया तथा मृतक के गले में पहनने मफलर से ही उसका गला घोट दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु गठित टीमों के द्वारा आपसी सामंजस्य स्थापित कर पुनः मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया, जिसके पश्चात 05-01-2023 को अभियुक्त अरुण खरे को बस अड्डा ऋषिकेश के पास से गिरफ्तार किया गया । पूछताछ में अभियुक्त अरूण द्वारा बताया गया कि मैं मूल रूप से बागपत उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं, यहां चंद्रेश्वर नगर में किराए पर रहता हूं। बस अड्डे के पास द डिजाइनिंग स्टूडियो में शीशे का काम करता हूं। 31 दिसंबर को कंपनी की तरफ से होटल में न्यू ईयर की पार्टी थी, जिसके बाद रात 12:00 बजे खाने की तलाश में,मैं त्रिवेणी घाट चला गया, जहाँ मुझे खाना नहीं मिला। उसके पश्चात मैं अपने कमरे में चला गया परन्तु भूख लगने की वजह से मुझे नींद नहीं आ रही थी। फिर 1 जनवरी की सुबह करीब 03:00 बजे मैं त्रिवेणी घाट चाय पीने के लिए गया, वहां पर मुझे तुषार उर्फ पिंडारी मिला, जहां हम दोनों ने चाय पी, इसी दौरान तुषार ने मुझे बताया कि मेरा दो लड़कों के साथ झगड़ा हो रखा है, उन्हें पीटने चलना है। इस पर हम दोनों त्रिवेणी घाट से निर्मल अस्पताल की तरफ चल दिए, निर्मल अस्पताल के सामने तिराहे पर वह मुझे एक घर में जाने के लिए कहने लगा, मैंने मना किया तो उसने मेरे साथ गाली-गलौज शुरू कर दी, जिससे मुझे गुस्सा आ गया हम दोनों में हाथापाई शुरू हो गई। लड़ाई झगड़े में तुषार नीचे गिर गया और मैंने उसके गले में पहने मफलर को खींचकर उसका गला घोट दिया, जिससे उसके चेहरे पर भी चोट आई। वहां पर लोगों के एकत्रित होने के कारण मैं वहां से भाग गया। मुझे बाद में पता चला कि तुषार की मृत्यु हो गई है, जिसके बाद से ही मै छिपता फिर रहा था, आज मैं पुलिस से बचते हुए अपने गांव नगला करवाड़ा भागने की फिराक में था तभी पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त को समय से मां0 न्यायालय के सम्मुख पेश किया जायेगा।