डॉ . हरीश चन्द्र अन्डोला
देश में भारी बारिश के चलते जहां पहाड़ों में कई जगह भूस्खलन, बादल फटने की खबरें
आ रही है। वहीं गुजरात, महाराष्ट्र में हाई टाइड से समंदर किनारे गांवों में जिस तरह पानी
घुस गया है उससे लोग परेशान हैं। पिछले 24 घंटे में उत्तराखंड के चमोली में जहां बादल
फटा है। वहीं केरल में 24 घंटे में 4 लोगों की मौत हुई है। केरल के कोझिकोड में 2,
अलापुझा में 1 और 1 की मौत कन्नूर में हुई है। वहीं गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ़ में
रेड अलर्ट है यानी जहां तेज़ बारिश की संभावनाएं हैं। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में
रविवार को सिहाड़ बाबा जलप्रपात पर बड़ा हादसा हुआ। यहां भू-स्खलन के बाद स्नान कर
रहे कई लोग दब गए, जिसमें 7 लोगों की मौत गई, जबकि 30 लोग घायल हैं। मरनेवालों
का आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि घायलों में कई की हालत गंभीर है। रियासी के एसएसपी
के मुताबिक़, रविवार की वजह से बड़ी संख्या में लोग जलप्रपात में स्नान करने पहुंचे थे।
ज़्यादातर मृतक और ज़ख़्मी जम्मू ज़िले से हैं। सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा
है। वहीं गुजरात के सूरत के वराछा में बारिश के बाद हुए जल-जमाव की वजह से एक बच्चे
की जान चली गई। जल-जमाव के कारण बच्चा खुले सीवर में गिरा गया और उसकी मौत हो
गई। इस हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें सीवर में गिरते हुए बच्चे को
देखा जा सकता है। गुजरात में भारी बरसात हो रही है। नवसारी का वासी-बोरसी गांव
तीसरे दिन बारिश में डूबा नज़र आ रहा है। यहां लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित
हुआ है। यहां हाई टाइड के बाद पानी गांव में घुसा गया. लोग सरकार की मदद का इंतज़ार
कर रहे हैं।मुंबई में रविवार को मॉनसून सीज़न की सबसे बड़ी हाई टाइड आई। रविवार
दोपहर 1 बजकर 49 मिनट पर हाई टाइड आई। इस दौरान समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें
देखी गईं। ये हाई टाइड की ड्रोन के ज़रिए ली गई तस्वीर है। ये तस्वीर मुंबई से सटे पालघर
ज़िले के सातपाटी की है। वीडियो में दिखाई पड़ रहा है कि कैसे लहरें सुरक्षा दीवार को पार
कर गांव में घुस रही हैं और फिर गलियों में पानी भर गया है। मरीन ड्राइव पर हाई टाइड
की तेज़ लहरों के साथ 9 मीट्रिक टन कचरा साइडवॉक पर आ गया है। बीएमसी के
मुताबिक, हर दिन साइडवॉक से इकट्ठा किए जाने कचरे के मुक़ाबले रविवार को 9 गुना
कचरा आया। बीएमसी के मुताबिक, पहली बार हाई टाइड के साथ इतना कचरा बाहर
आया है। कचरा इतना ज़्यादा था कि एक लेन के ट्रैफिक को बंद करना पड़ा। आस-पास की
नालियां जाम हो गईं. घंटों की मशक्कत के बाद कचरे को हटाया गया।महाराष्ट्र में भारी
बारिश की वजह से ठाणे के मोदक सागर डैम में पानी लाबलब भर गया है। डैम में पानी
ख़तरे के निशान से ऊपर बह रहा है. महाराष्ट्र में बारिश का आलम ये है कि गोंदिया के एक
अस्पताल में पानी भर गया है। मरीज़ों के बिस्तर पानी में तैर रहे हैं। पानी जमा होने से
अस्पताल में संक्रमण फैलने का डर है।उत्तराखंड के चमोली ज़िले में थराली इलाके में बादल
फटने से तबाही देखने को मिली है। हर तरफ़ मलबा नज़र आ रहा है। कुंडील गांव में घरों
और वाहनों को खासा नुकसान पहुंचा है। ओडिशा में भारी बारिश और गोट्टा बराज के
खुलने से आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम ज़िले में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। यहां पानी में 10
ट्रक फंस गए, जिससे 55 लोग बीच पानी में घिर गए। SDRF, नौसेना की टीम ने सभी
लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। यमुनोत्री हाइवे पर सिलाई बैंड में अतिवृष्टि से आई
आपदा समेत ओजारी एवं स्यानाचट्टी क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया. इसके साथ ही
यमुनोत्री क्षेत्र के आसपास के स्थितियों का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने शासन और
प्रशासन के उच्च अधिकारियों को युद्धस्तर पर स्थिति को सुधारने के लिए धरातल पर कार्य
करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि आपदा के दौरान प्रभावित व्यक्ति का हर संभव मदद
दी जाएगी.बता दें कि उत्तरकाशी में बीते दिनों बारिश से काफी नुकसान हुआ था. जगह-
जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई थी. खेतों और फसलों को भी नुकसान पहुंचा था. बड़कोट के
सिलाई बैंड में अतिवृष्टि के बाद भूस्खलन हुआ, जिसकी चपेट में मजदूरों का कैंप आ गया
था. जिनमें 20 मजदूर तो सुरक्षित बच गए. जबकि, बाकी 9 मजदूर बह गए थे. जिनमें से 2
शव बरामद कर लिया गया और बाकी 7 लोग लापता चल रहे हैं. इसके अलावा यमुनोत्री
पैदल मार्ग पर भी चट्टान गिरने/भूस्खलन होने से कुछ तीर्थयात्री दब गए थे. जिसमें कुछ की
जान चली गई थी. उधर, बारिश के कारण जखोल, पांव और सुनकुड़ी समेत कई गांवों में
बारिश ने काफी नुकसान पहुंचाया है. कई जगहों पर सड़कें वॉशआउट हुई तो सेब की फसल
भी तबाह हुई.वहीं, आज अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति का आकलन करने के
लिए सीएम ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संग हवाई सर्वेक्षण किया. साथ ही अतिवृष्टि से हुए
नुकसान का जायजा लिया. वहीं, हवाई सर्वेक्षण के बाद सीएम धामी का कहना है कि राहत
और बचाव कार्यों की दोबारे समीक्षा की जाएगी.मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा
की इस घड़ी में हर प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है. सरकार की ओर से राहत कार्यों में
तेजी लाई गई है. ताकि, जरूरतमंद और पीड़ित लोगों को समय पर मदद मिल सके. वहीं,
अब सीएम धामी संबंधित अधिकारियों को नुकसान का आकलन कर तत्काल आगे की
कार्रवाई करने को लेकर निर्देशित करेंगे. *लेखक विज्ञान व तकनीकी विषयों के जानकार दून*
*विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।*