प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र मंे संचार सुविधा का मामला उठाए जाने पर सीमांत नीती घाटी के लोगों में उम्मीद जगी। बलूनी का आभार जताया।
सांसद अनिल बलूनी द्वारा राज्य सभा मे चमोली, पिथौरागढ व उत्तरकाशी जनपदो के सीमांत क्षेत्रों मे संचार सुविधा का मामला उठाते हुए अंर्तराष्ट्रीय सीमा से जुडे इन जनपदो के सीमावर्ती क्षेत्रों मे वीएसएनएल सहित अन्य मोबाइल सेवाएं नही होने से सीमांत गाॅवों के लेाग संचार सुविधा के लिए वर्षो से मांग करते आ रहे है। उन्होने केन्द्रीय संचार मंत्री से यथा शीध्र सीमावर्ती क्षेत्रो मे संचार सुविधा बहाली किए जाने की मंाग की।
गौरतलब है कि सीमांत जनपद चमोली के नीती घाटी के ग्रामीण वर्षो से घाटी मे संचार सुविधा दिलाए जाने की मांग करते आ रहे है। नीती घाटी संडक संपर्क से तो जुडी लेकिन आजादी के सत्तर वर्ष बीतने के बाद भी नीती घाटी संचार सुविधा से नही जुड सकी। कई बार ग्रामीणों द्वारा संचार सुविधा के लिए प्रदेश से लेकर कंेन्द्र सरकार तक गुहार लगाते रहे। लेकिन किसी भी स्तर से घाटी मे संचार सुविधा शुरू कराने की कार्यवाही नही हो सकी।
गौरतलब है कि नीती घाटी मे सुराईथोटा से नीती घाटी की दर्जनों ग्राम पंचायतोें के ग्रामीण टैक्नालाॅजी के इस युग मे भी संचार सुविधा से बंचित है। संचार सुविधा नही होने से लोग सीमंात गाॅवों से भी पलायन को विवश हो रहे है। गत वर्ष तक बीएसएनएल द्वारा बार्डर एरिया के गाॅवों मे डी0एस0पी0टी0 ’’डिजिटल सेटेलाइट फोन ट्राॅसमीशन’’ की सुविधा मुहैया कराई गई थी। लेकिन इस वर्ष अचानक सेटेलाइट ट्राॅसपोंडर मे खराबी आने के कारण उक्त फोन मे सेटेलाइट सिग्नल नही आ पा रहे है। जिसके चलते न केवल नीती घाटी के ग्रामीणों ब्लकि सीमा पर तैनात सेना व अद्धसैनिक बलो के जवानो को भी दिक्कतो का सामना करना पड रहा है।
अब संासद बलूनी द्वारा उच्च सदन मे सीमावर्ती क्षेत्रों मे संचार का मामला प्रमुखता से उठाए जाने पर नीती घाटी मे संचार को लेकर उम्मीद जगी है। राज्य जनजाति सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष रामकृष्ण सिंह रावत के अनुसार उनके स्तर से भी पूर्व मे केन्द्रीय संचार मंत्री को पत्र भेजकर नीती घाटी मे स्थाई संचार सुविधा मुहैया कराने का आग्रह किया गया था। और अब सांसद बलूनी द्वारा उच्च सदन मे मामले को प्रमुखता से उठाए जाने के बाद नीती घाटी मे संचार सुविधा की उम्मीद जग गई है। शीध्र ही नीती घाटी मे स्थाई संचार सुविधा मिल सकेगी।