
थराली से हरेंद्र बिष्ट।
अब पिंडर नदी पर प्रस्तावित 172 मेगावाट देवसारी जल विद्युत परियोजना का विरोध एक बार फिर से शुरू होने लगा है। इसके तहत देवाल महिला कांग्रेस कमेटी ने बकायदा एक प्रस्ताव पारित कर इस परियोजना के विरोध का निर्माण लिया गया है।
विगत सात फरवरी को सीमांत तहसील जोशीमठ के अंतर्गत तपोवन एवं रैणी क्षेत्र में ऋषिगंगा एवं धौलीगंगा में आई भीषण आपदा में भारी तादाद में बिजली परियोजनाओं में कार्यरत मजदूरों, कर्मचारियों एवं स्थानीय लोगों के हताहत होने एवं व्यक्तिगत व सार्वजनिक परिसंपत्तियों को भारी नुकसान होने के बाद बुधवार को देवाल महिला ब्लाक कमेटी की एक बैठक में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। महिलाओं ने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए शोक सभा कर दो मिनट का मौन रखा व श्रदांजली अर्पित की। इस अवसर पर देवाल की पूर्व प्रमुख एवं कांग्रेस पार्टी की बद्रीनाथ विधानसभा प्रभारी उर्मिला बिष्ट ने कहा कि पहाड़ों में इस तरह की बढ़ती घटनाए बेहद चिंताजनक है, 2013 व विगत दिनों जोशीमठ में घटित घटना से स्पष्ट हो गया है कि पहाड़ों में अनावश्यक प्रकृति से छेड़छाड़ बेहद घातक हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिससे तेज़ी से जलवायु परिवर्तन हो रहा हैए उससे बेहद संवेदनशील इस क्षेत्र में बड़े बांध बनाना एक बेहद एवं आत्मघाती कदम होगा।जैसा कि जोशीमठ के ऋषिगंगा एवं धौलीगंगा में बन रही बांध आधारित बिजली परियोजनाओं के अपदा के बाद के स्वरूप को देख कर लगाया जा सकता हैं। इसके साथ ही अन्य वक्ताओं ने कहा कि सरकार को उत्तराखंड में प्रस्तावित बड़े बांधों एवं बड़ी बिजली परियोजनाओं के निर्माण नदियों में आ रहे जलजलों को देख कर पुनर्विचार करना चाहिएं।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार के द्वारा पिंडारी ग्लेशियर से निकलने वाली पिंडर नदी पर 172 मेगावाट की देवसारी जल विद्युत परियोजनाए का निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं। जोकि पूरी तरह से बांध आधारित बिजली परियोजनाओं में सुमार हैं। कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार पिंडारी ग्लेशियर भी देश के बड़े ग्लेशियरों में तो सुमार हैं ही वही अतिसंवेदनशील ग्लेशियरों में भी सामिल हैं।ऐसी स्थिति में इस नदी का पानी बांध से रोक कर परियोजना बनाना भवष्य में घातक साबित हो सकता हैं। इसलिए एसजेवीएनएल की देवसारी बिजली परियोजना पर भी गंभीर से पुनर्विचार कियें जाने के साथ ही स्थगित किए जाने की मांग करते हुए कहा कि इस परियोजना को लेकर पिछले लंबे समय से स्थानीय जनता का भी विरोध बना हुआ हैं। इस मौके पर महिला कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष पुष्पा नेगी, देवाल की जेष्ठ प्रमुख संगीत बिष्ट, उमा देवी, गीता बागड़ी, हेमा देवी, पार्वती गाडियां, कली देवी, पुष्पा मिश्रा, बिमला देवी, खगोती देवी, राजुली देवी, अनीतादेवी, सुनीता, पदिमा देवी, रेखा देवी आदि ने विचार व्यक्त किए।