रिपोर्ट – जसपाल राणा
उत्तराखंड : चीन, इन दिनों कोरोना के गंभीर संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। जीरो-कोविड प्रोटोकॉल में दी गई ढील के बाद से यहां हालात काफी बिगड़ गए हैं, आलम यह है कि अस्पतालों में संक्रमितों की भारी भीड़ देखी जा रही है, आश्चर्यजनक रूप से कोरोना से मरने वालों के आंकड़े भी काफी बढ़ रहे हैं। सोमवार को चीन ने संक्रमण की इस लहर में पहली मौत की पुष्टि की है, हालांकि वैश्विक एजेंसियों का आरोप है कि अधिकारी मौत के आंकड़े छिपा रहे हैं। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन के बीजिंग शहर में शवघरों में भारी भीड़ देखी जा रही है, इसमें कोविड-19 से मरने वाले के मामले सबसे अधिक हैं।
चीन में कोरोना के बढ़ते मामले अन्य देशों के लिए भी चेतावनी हैं। यूएस अधिकारियों ने मीडिया रिपोर्ट्स में कहा- हम उम्मीद कर रहे हैं कि चीन इस बारे में जल्द अपडेट करेगा, जिससे अन्य देश भी अलर्ट हो सकें। हमें पता है कि वायरस काफी तेजी से फैल सकता है और अगर हम सुरक्षात्मक उपाय नहीं करते हैं तो यह अन्य देशों के लिए भी खतरे का कारण बन सकता है।फिलहाल सभी देशों को कोविड-19 को लेकर अपनी रणनीति पर विचार करने की आवश्यकता है, हमें चीन वाली गलती से बचना होगा, महामारी को हल्के में लेना इस तरह के गंभीर हालात का कारण बन सकता है। भारत में फिलहाल नियंत्रित स्थिति में कोरोना।
भारत के लिए कितना खतरा?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि चीन में फिलहाल बढ़े मामलों के लिए ओमिक्रॉन BF.7 सब-वैरिएंट को प्रमुख कारण के तौर पर देखा जा रहा है। इस वैरिएंट का खतरा भारत में भी हो सकता है। अक्तूबर में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने देश में इस वैरिएंट के कारण संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि की थी। भारत के अलावा कई यूरोपीय देशों में भी इस वैरिएंट के कारण संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अध्ययनों में इसे काफी चुनौतीपूर्ण वैरिएंट के तौर पर देखा जा रहा है, ऐसे में सभी को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। भारत में कोरोना के जोखिम के बारे में टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के चेयरमैन डॉ एन के अरोड़ा कहते हैं, चीन में व्यापक रूप से कोविड संक्रमण की खबरें हैं। जहां तक भारत में इसके खतरे की बात है तो यहां बड़े पैमाने पर लोगों का टीकाकरण हो चुका है, जिससे संक्रमण का जोखिम काफी कम है। INSACOG डेटा से पता चलता है कि दुनियाभर में पाए गए ओमिक्रॉन के लगभग सभी सब – वेरिएंट भारत देखे जा चुके हैं। फिलहाल हम स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारत में स्थिति नियंत्रण में है।