हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली/देवाल।
ग्वालदम -देवाल-वाण-तपोवन सड़क को बीआरओ को सौंपने की मांग को लेकर ब्लॉक सभागार में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित हुई।इस बैठक में एक संघर्ष समिति का गठन कर निर्णय लिया गया कि 8 दिसंबर तक इस सड़क को बीआरओ को सौंपने की कार्रवाई शुरू नही की गई तो 9 दिसंबर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
दरअसल पिछले साल अक्टूबर में रक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने ग्वालदम से नन्दकेशरी- देवाल -वांण होते नंदानगर के कई गांवों से होता हुए जोशीमठ के तपोवन तक 99.2 किलोमीटर जनरल स्टाफ सड़क के नाम एक सड़क की स्वीकृति देते हुए इस के निर्माण की जिम्मेदारी बीआरओ को दी थी किन्तु पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भेट कर ग्वालदम-नंदकेशरी-देवाल-वांण तक 60 किमी सड़क के रखरखाव एवं अनुरक्षण का जिम्मा उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग को स सौंपने का अनुरोध का समाचार प्रकाशित होते देवाल सहित अन्य क्षेत्रों में उबाल आ गया। इस मामले को लेकर देवाल में मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर रोष व्यक्त किया गया। पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत सोमवार को देवाल ब्लाक सभागार में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया ,बैठक में भाजपा ,कांग्रेस समेत अन्य दलों के नेताओ और स्थानीय लोगो ने एक स्वर में थराली से वाण और ग्वालदम से नन्दकेशरी तक सड़क के रख रखाव का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को देने के राज्य सरकार के निर्णय का विरोध किया ,सर्वदलीय बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि बीते कई दशकों से सड़क के रख रखाव का जिम्मा लोक निर्माण विभाग के पास है और सड़क की स्थिति आज भी बदहाल है ऐसे में ग्वालदम से वांण और तपोवन तक सड़क निर्माण का जिम्मा रक्षा मंत्रालय के अधीन बीआरओ को दिया गया था जिससे देवाल के स्थानीय लोगो मे सड़क की बदहाल स्थिति में सुधार होने की आस जगी थी लेकिन राज्य सरकार के निर्णय और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वांण तक की सड़क के निर्माण और रख रखाव का जिम्मा लोक निर्माण विभाग के पास ही देने के अनुरोध के बाद दोबारा स्थानीय लोगो मे मायूसी छा गयी और इस निर्णय के खिलाफ लोगो मे आक्रोश बना हुआ है ,सर्वदलीय बैठक के दौरान संयोजक मंडल का गठन कर समिति ने इस निर्णय के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए ग्वालदम से तपोवन तक सड़क का निर्माण कार्य का जिम्मा बीआरओ को देने की मांग की है बैठक में 26 नवम्बर को जिलाधिकारी चमोली को ज्ञापन देने के साथ ही 27 और 28 नवम्बर को मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के साथ ही 8 दिसम्बर तक बीआरओ को सड़क निर्माण का जिम्मा नहीं सौंपे जाने की दशा में 9 दिसम्बर से विशाल जुलूस के साथ ही क्रमिक अनशन का निर्णय लिया गया है।
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संयोजक मंडल में गोविंद सिंह पांगती,नरेंद्र सिंह बिष्ट, महावीर बिष्ट,केडी मिश्रा,लक्ष्मण सिंह बिष्ट, देवाल व्यापार संघ के अध्यक्ष चंद्र सिंह रावत, ट्रैक्सी यूनियन के अध्यक्ष इंद्र सिंह बिष्ट,खेमी राम पुष्कर सिंह बिष्ट, सवाड़ सैनिक मेला अध्यक्ष आलम सिंह बिष्ट,ठेकेदार संघ के अध्यक्ष पुष्कर फर्स्वाण, त्रिलोक सिंह बिष्ट, प्रकाश राम, वांण की प्रधान नंदूली देवी,सवाड़ की आशा धपोला, देवाल की कविता मिश्रा,रैन के कमल गड़िया, राकेश मिश्रा, सुदर्शन गड़िया, तारा परिहार, हरीश पांडे,किशोर घुनियाल, विरेंद्र बिष्ट, राजेंद्र कुनियल,हीरा पहाड़ी, कुंदन भंडारी, प्रकाश मिश्रा को सामिल किया गया हैं। जबकि धर्मेंद्र बिष्ट व यशवंत मेहरा को कोषाध्यक्ष, हीरा सिंह गढ़वाली,विजय प्रकाश खिलाप बिष्ट व सचिन परिहार को सोशल मीडिया प्रभारी बनाया गया हैं।
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ग्वालदम से तपोवन तक जनरल स्टाफ सड़क के निर्माण बीआरओ को सौंपने को लेकर उन्होंने एक शिष्टमंडल के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी। सीएम ने जरूरी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
भूपाल राम टम्टा
विधायक थराली











