थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिंडर घाटी के अंतर्गत विकासखंड नारारयणबगड के पैनगढ़ गॉव के धगसाड तोक के ऊपर पहाडी से पिछले दिनों से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण गांव में गिर रहे बड़े.बड़े बोल्डरों, पत्थरों, मलबे के साथ ही चीड़ के पेड़ों के गिरने के कारण गांव में दहशत का माहौल है। साफ मौसम में हुए भारी भूस्खलन के कारण गांव के 15 परिवार खतरे की जद में आ गए हैं। जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने फौरी तौर पर अन्यत्र शिफ्ट कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार गत दिवस अचानक ही पैनगढ़ गांव के धगसाड़ तोक की ऊपरी पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थरों के साथ ही पेड़ पौधे गांव की ओर गिरने लगे। सूखे मौसम में अचानक ही भूस्खलन होने पर इस तोक के ग्रामीणों में भगदड़ सी मच गई। आनन.फानन में ग्रामीण सुरक्षा की दृष्टि से अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गऐ।
इसकी सूचना तत्काल राजस्व पुलिस एवं प्रशासन को दी गई। क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक सीएस बुटोला पैनगढ़ गांव पहुंचे जहां पर उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से गांव के 15 परिवारों को गांव के नजदीक पंचायत घर एवं राजकीय जूनियर हाईस्कूल में शिफ्ट कर दिया है। इसके अलावा प्रशासन ने उन्हें राशन सहित टैंट एवं जरूरी जीवनयापन की वस्तुएं उपलब्ध करवा दी हैं।
गांव के ग्रामीण पूर्व कैप्टपन चंद्र मोहन सिंह गड़िया, जगमोहन सिंह गड़िया, खुशहाल सिंह गड़िया, बख्तावर राम, नन्द लाल गोविन्द लाल, खुशहाल रावत, घना नन्द पुरोहित, कुलदीप सिंह, नारायण दत्त, प्रेम चन्द्र पुरोहित, पूर्व प्रधान दिनेश पुरोहित, राजेंद्र राम, सुरेन्द्र राम आदि के अनुसार पैनगढ गॉव में 2013 की आपदा के दौरान गॉव के ऊपरी पहाडी क्षेत्र में दरार आ गयी थी। जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा शासन प्रशासन को दी गई थी। उस दौरान इस क्षेत्र का भूगर्भीय सर्वे भी किया गया था। लेकिन तब स्थिति उतनी गम्भीर नही थी।जो कि पिछले दिनों से बन गई हैं। बताया कि पिछले दिनों से हों रहें भूस्खलन के कारण पूरे पैनगढ़ गांव में दहशियत का माहौल बना हुआ हैं। माना जा रहा हैं कि बिन बरसात इसी तरह से पहाड़ी के दरकने का सिलसिला जारी रहा तों पैनगढ़ गांव के ग्रामीणों के सम्मुख रहने की समस्या पैदा हो सकती हैं।इस बीच रविवार को थराली के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ जीत राम ने पैनगढ़ गांव का भ्रमण कर प्रभावितों का दुःख दर्द जानते हुए प्रशासन से प्रभावितों को हर संभव सहायता दिए जाने के साथ ही सरकार से खतरें की जद में आ चुके ग्रामीणों को अंयत्र विस्थापित किए जाने की मांग की हैं।
पहाडी क्षेत्र से बडी संख्या में बोल्डर, मिटटी, पेड़ गॉव के उपर से गिर रहे हैं, जिस कारण वे अपने घरों में दहशत के कारण रात्रि को सो नहीं पा रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार दिन में तो किसी तरह वे अपने घरों से दूर रहते हैं, लेकिन रात्रि के समय स्थिति बड़ी गम्भीर हो गयी है। वही ज़ब शनिवार को स्थिति अत्यन्त विकट हो गयी सुबह से ही पहाडी क्षेत्र से लगातार बोल्डर गिरने से ग्रामीणों द्वारा तत्काल इसकी सूचना शासन प्रशासन को दी गई।
राजस्व उपनिरिक्षक सीएस बुटोला ने बताया की ग्रामीणों की सूचना पर वे तत्काल मौके पर पहुचे कर राहत बचाव कार्य किया जा रहा है व 15 परिवारों को नजदीकी पंचायत घर व राजू हाईस्कूल में शिप्ट किया गया है और राशन तथा टैंट मुहैया कराया जा रहा है, वही ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द विस्थापन करने की मांग की है।