रिपोर्ट-प्रकाश कपरुवाण।
जोशीमठ। श्री बद्रीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल ने कहा कि शक्ति की उपासना का पर्व ही चैत्र नवरात्रि है। आचार्य थपलियाल यहाँ नरसिंह मंदिर मठागण मे श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा आयोजित श्रीमद देवीभागवत कथा के प्रथम दिवस कथा प्रवचन कर रहे थे।उन्होंने भगवती जगदम्बा के गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि तीनों युगों मे भगवती की पूजा व कृपा से मनोकामना पूर्ण हुई है और भगवती की कृपा से इस कलिकाल मे भी सब कुछपाना संभव है।धर्माधिकारी श्री थपलियाल ने कहा कि चैत्र नवरात्रि से ही ऋतु परिवर्तन भी होता है,वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी ऋतु परिवर्तन के दौरान शरीर मे किसी प्रकार के विकार न हो इसके लिए भी शक्ति की उपासना की जाती है।
कथा समागम मे बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार,देवपुजाई समिति जोशीमठ के अध्यक्ष भगवती प्रसाद नंबूरी, मंदिर अधिकारी राजेन्द्र चौहान,जगमोहन बर्त्वाल, कुलदीप भट्ट, संतोष तिवाड़ी,विवेक थपलियाल, भूपेंद्र राणा के अलावा वेदपाठी रविन्द्र भट्ट, पुजारी सुशील डिमरी,हनुमान प्रसाद डिमरी,व पीठ पुरोहित पंडित हितेश सती, महिला मंगलदल जोशीमठ व स्थानीय श्रोतागण मौजूद रहे।
इससे पूर्व प्रातः नव दुर्गा सिद्धपीठ मे स्थानीय देवी देवताओं की मौजूदगी मे पंचांग पूजन भगवती नवदुर्गा का श्रृंगार किया गया, इसके उपरांत ही परायण पाठ शुरू हुआ।
इस अवसर पर भुवनेश्वरी के पश्वा”अवतारी पुरूष”आदित्य भूषण सती, चंडिका देवी के पश्वा प्रकाश नेगी, दाणी देवी के पश्वा अंकित मेहरा, बद्री केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार,मंदिर अधिकारी राजेन्द्र चौहान,पीठ पुरोहित हितेश सती,देवपुजाई समिति के अध्यक्ष भगवती प्रसाद नंबूरी, पूर्व अध्यक्ष गोविंद प्रसाद भट्ट,सूरज सकलानी, व महिला मंगल दल जोशीमठ की महिलाएं व अन्य भक्तगण मौजूद थे।