दून विश्वविद्यालय के डॉ.हरीश चन्द्र अंडोला एवं निदेशक, उच्च शिखरीय पादप कार्यिकी शोध केंद्र डॉ. विजय कांत पुरोहित द्वारा *मोटे अनाज महत्त्व और उत्पादन* शीर्षक से लिखित पुस्तक को निदेशक, उच्च शिक्षा प्रोफसर कमल किशोर पांडे, संयुक्त निदेशक, उच्च शिक्षा, प्रोफेसर आनंद सिंह उनियाल को भैंट किया गया. जिनके द्वारा पुस्तक की सराहना की गई. उपरोक्त पुस्तक में वर्णन किया गया है उत्तराखंड में अधिकतर मोटे अनाज विलुप्ति की कगार में हैं. इस कार्यक्रम में उप निदेशिका डॉ ममता नैथानी, डॉ प्रमोद डोबरियाल व डॉ विपिन चंद्र चौबे जी भी मौजूद थे।
डॉ.अंडोला ने इस उपलब्धि को प्रो.एम एस एम रावत, सलाहकार प्रो. के.डी.पुरोहित जी से ली गयी प्रेरणा का प्रतिफल बताया। डॉ.अंडोला जी द्वारा इस उपलब्धि का श्रेय उनके प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष रुप से सहयोगी रहे सभी गुरुजनों व स्नेहीजनों को दिया है।