रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। अब उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराणीसैण गैरसैंण से पिंडर घाटी की दूरी काफी कम होने के आसार बढ़ गए हैं। गैरसैंण के दिवालीखाल से पिंडर घाटी के विकासखंड नारायणबगड़ के किमोली तक अवशेष 3 किमी 25 मीटर अवशेष मोटर सड़क के निर्माण की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है।इस पर थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जिले के प्रभारी मंत्री डॉ धन सिंह रावत,लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज सहित भाजपा के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया है।
दरअसल पिछले दो दशक से दिवालीखाल -किमोली मोटर सड़क के निर्माण की पिंडर घाटी के साथ ही राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के लोग करते आ रहें हैं। इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से ग्रीष्मकालीन राजधानी भराणीसैण की दूरी पिंडर क्षेत्र के नारायणबगड़ विकासखंड मुख्यालय की दूरी मात्र 20 से 25 किमी रह जाएगी जबकि वर्तमान में यहां से 50 किमी से अधिक पड़ रही। नारायणबगड़ के किमोली से गैरसैंण के दिवालीखाल के लिए मात्र 3.025 किमी निर्माण कार्य ही होना शेष रह गया हैं।इस निर्णय कार्य के पूरा हो जाने के बाद गैरसैंण से पिंडर घाटी की याता काफी कम हो जाएगी। थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने बताया कि गत दिनों राज्य योजना के अंतर्गत दिवालीखाल -किमोली अवशेष तीन किमी 25 मीटर लंबाई के स्टेज टू के लिए 91 लाख 65 करोड़ रुपए की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिससे जल्द ही इस बहुप्रतीक्षित सड़क पर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। विधायक टम्टा ने बताया कि विनायकधार -कस्बीनगर, थराली -घाट जैसी बहुप्रतीक्षित मोटर सड़कों के निर्माण कार्यों की स्वीकृति के लिए भी वें प्रयासरत हैं। दिवालीखाल -किमोली मोटर सड़क निर्माण की स्वीकृति पर विधायक ने सीएम सहित तमाम मंत्रियों एवं पार्टी नेताओं का आभार व्यक्त करते हुए विधानसभा क्षेत्र की आम जनता को बधाई दी है।












