चमोली, 15जुलाई।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में वाइब्रेंट विलेज योजना से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में योजना के अंतर्गत चयनित गांवों के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई तथा संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि वाइब्रेंट विलेज योजना के माध्यम से सीमावर्ती गांवों में मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ कर स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में सुधार लाया जाना है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, इंटरनेट कनेक्टिविटी, पेयजल तथा आजीविका से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता देते हुए त्वरित रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी कहा कि योजना का उद्देश्य केवल बुनियादी ढांचे का विकास नहीं है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों को सुरक्षित, आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना भी है। इसके लिए स्थानीय लोगों की भागीदारी को भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह ने बताया जनपद चमोली में कुल 14 गांवो को वाइब्रेन्ट विलेज योजना के तहत चिन्हित किया गया है जिनमें विकास कार्य किये जा रहें है, विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अब तक की गई विकासत्मक कार्यवाही की जानकारी दी और भविष्य की कार्ययोजना साझा की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी कार्य निर्धारित समयसीमा में पूर्ण किए जाएं और नियमित रूप से निगरानी की जाए, ताकि योजना का लाभ ग्रामीणों तक प्रभावी रूप से पहुंच सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, डीएफओ केदारनाथ तरुण एस, जिला पर्यटन अधिकारी अरविन्द गौड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।