रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। समय से पूर्व शुगर मिल द्वारा गन्ना सप्लाई गेट बन्द किए जाने के खिलाफ गुस्साए किसानों ने अधिशासी निदेशक के कार्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन। शनिवार रात जब किसान गन्ना सप्लाई के लिए मिल में गये हुए थे तभी मिल के कुछ कर्मचारियों ने ट्रैक्टर बोगी गन्ना सप्लाई गेट को बन्द कर दिया जबकि गेट के बाहर सैकड़ों ट्रैक्टर बुग्गी खड़ी हुई थी।
मिल प्रशासन के नियमानुसार रात को 10 बजे ट्रैक्टर बुग्गी गेट को बन्द करने का नियम है परंतु समय से पूर्व ही मिल गेट बंद होने से परेशान किसानों ने जब इसका विरोध किया तो कुछ मिल कर्मचारियों द्वारा पुलिस को बुलाया गया। इससे नाराज होकर संयुक्त किसान मोर्चे ने रविवार को मिल अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए अधिशासी निदेशक के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
रविवार का दिन होने के कारण कोई भी अधिकारी मिल में उपस्थित नही मिला। उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुए बलबीर सिंह व उमेद बोरा ने कहा कि वर्तमान पेराई सत्र के पूरे कार्यकाल में गन्ना मिल सुचारू रूप से नहीं चल पाया उन्होंने अधिकारियों द्वारा मिल को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मिल प्रशासन जानबूझकर इसका दिवालियापन घोषित करना चाहते हैं ताकि इस मिल का निजीकरण हो सके।
अखिल भारतीय किसान सभा के जिला संयुक्त सचिव याक़ूब अली व किसान सभा के वरिष्ठ साथी ज़ाहिद अंजुम ने कहा कि इस गन्ना मिल की तरफ से यहां का मिल प्रशासन ने आंखे मूंदकर इसकी बर्बादी का नजारा देख रहे है। एक तरफ मिल लगातार नही चलने से ठीक से पेराई नहीं हो पा रही, दूसरी तरफ गन्ना किसानों को समानुपातिक सप्लाई नहीं देने से किसानों पर अब गन्ना सप्लाई का दबाव बन गया।
जिसको लेकर किसान बहुत परेशान है उन्होंने वर्तमान अधिशासी निदेशक को तुरन्त हटाकर उनकी जगह किसी टेक्निकल अधिकारी जो मिल के सम्बंध में जानकारी रखता हो उसकी मांग की।
किसानों को सम्बोधित करते हुए किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह खालसा ने कहा कि कल रात की जो घटना किसानों के साथ हुई उसकी हम घोर निंदा करते है। उन्होंने कहा कि किसान पूरा दिन अपने खेतों में गन्ने की बिजाई और छिलाई करता है और शाम को मिल में गन्ना लेकर पहुंचता है लेकिन कुछ कर्मचारियों द्वारा समय से पूर्व ही सप्लाई गेट बंद करना और किसानों के खिलाफ पुलिस का इस्तेमाल करना इससे पता चलता है कि किसानों के प्रति मिल प्रशासन कितना संवेदनहीन है।
गन्ना लेकर आये किसानों को मिल परिसर में पीने के लिए पानी तक मुहैय्या नही होता है जिससे गन्ना लेकर आये किसानों को भूख के साथ प्यासा भी रहना पड़ता है। किसानों को इंद्रजीत सिंह, अनूप पाल, कमल अरोड़ा आदि ने भी सम्बोधित किया। प्रदर्शन में बलवन्त सिंह, अनूप कुमार, महेन्द्र सिंह, ज़ाकिर हुसैन, किशन सिंह, सरजीत सिंह, हरबंश सिंह आदि काफी संख्या में किसान उपस्थित थे ।












