रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नकरौंदा में बीते 24 दिनों सेसीवरेज प्लांट के विरोध में अंदोलन जा रही है। पूर्व प्रधान नकरौंदा बुद्ध देव सेमवाल ने कहा की तमाम माताएंए बहनें और गांव के सभी लोग लगातार सीवरेज प्लांट के स्थल चयन का विरोध कर रहे है जबकि सरकार ओर निर्माणाधीन ऐजेनसी जबर्दस्ती बल प्रयोग कर आंदोलन करवाने की कोशिश में जुटे हैं।
जहां पर नेचुरल पेयजल स्रोत ओर एक बहुत बड़ी नदी है जिसके पानी पर सैकड़ों ग्रामीण और वन गूजरों के सैकड़ों जानवर व उनके परिजन निर्भर होते हैं। उस स्थान पर प्लान्ट बन रहा है।
गांव के लोग लगातार विरोध कर रहे है लेकिन क्षेत्र के सांसद, विधायक, मेयर, पार्षद से लेकर सब भाजपा से है जिनका स्थानीय जनता को कोई साथ नही मिल रहा है। जिससे स्थानीय जनता में इन जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बहुत गुस्सा है।
जन अंदोलन संघर्ष समिति ने बताया की वह सीवरेज प्लांट का विरोध नही कर रही है सिर्फ स्थान का विरोध कर रही है। जबकि 500मी दूर जंगल के बीच स्थान खाली है जो आवादी से दूर है वह सीवरेज प्लांट बन सकता है।
विधायक गैरोला ने जनता को आश्वस्त किया था कि एक कमेटी गठित कर स्थल चयन का निरीक्षण किया जायेगा व प्लांट को यहा आबादी से दूर शिफ्ट किया जायेगा। लेकिन उसके बाद से विधायक गैरोला ही ग्रामीणों के बीच भी आए है और ना कोई कमेटी बनी है।
इस दौरान प्रेम लाल शर्मा, विनोद राणा, शम्भू प्रसाद सेमवाल, महिशा नन्द, रोहित पाण्डेय, मंजीत रावत, हेमा बिष्ट, सरस्वती मेहरा, उमा नोटियाल, अर्चना नेगी, गंगाधर, कमला डिमरी, शशी बिष्ट, संगीता रावत, रेखा कम्बोज आदि मौजूद थी।