देहरादून, 30 अक्टूबर, 2025। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर रजत जयंती समारोह के अन्तर्गत 1 नवम्बर 2025 से 4 नवम्बर, 2025 तक दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र परिसर में विविध साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। आयोजित कार्यक्रमों में दो दिन तक चलने वाला पुस्तक मेला मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगा। इसके अलावा बच्चों के लिए उत्तराखंड टैलेंट शो प्रतियोगिता, कठपुतली कार्यशाला,बौद्धिक चर्चा के कार्यक्रम, लोक संगीत और भाषा व साहित्य पर केन्द्रित कार्यक्रम किये जायेंगे।
आयोजित कार्यक्रमों पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के अध्यक्ष प्रो. बी.के जोशी, मानद निदेशक श्री एन रवि शंकर और कार्यक्रम के मुख्य संयोजक श्री एन एस नपलच्याल, संयोजक श्री अनिल रतूड़ी, पूर्व पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड व श्री जय राज पूर्व मुख्य वन संरक्षक ने संयुक्त रूप से बताया कि शनिवार,1 नवम्बर, 2025 को पुस्तकालय परिसर में इस पुस्तक मेला का उद्घाटन उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव श्री आनंद बर्धन द्वारा किया जायेगा। यह पुस्तक मेला अगले दिन 2 नवम्बर,2025 तक प्रातः 11:00 – सांय 5: 00 बजे तक आम जनों के लिए निशुल्क खुला रहेगा। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के बाह्य परिसर में चलने वाले इस पुस्तक मेले में प्रमुख रूप से हिमालय व उत्तराखण्ड पर आधारित पुस्तकें विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगी। इसमें आम जन को समाज,मानविकी, इतिहास, अर्थशास्त्र, पर्यावरण, भूगोल, संस्कृति, कथा, उपन्यास, संस्मरण, भाषा व साहित्यिक तथा अन्य विषयक पुस्तकें खरीदने का अवसर मिल सकेगा। देहरादून शहर, राज्य और दिल्ली के 18 प्रकाशकों की भागीदारी इस पुस्तक मेले में रहेगी। पुस्तक मेला के स्टॉलों में बाल साहित्य भी उपलब्ध रहेगा। प्रकाशकों व वितरकों की ओर से संस्थागत पुस्तकालयों व आम लोगों को पुस्तक खरीद में आकर्षक छूट भी प्रदान की जायेगी।
वक्ताओं ने बताया कि कार्यक्रमों में बाल गतिविधियां के तहत दो मुख्य कार्यक्रम होगें। इसमें रविवार, 2 नवम्बर, 2025 को उत्तराखंड टैलेंट शो प्रतियोगिता प्रातः 11ः00 – 1ः00 बजे तक दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के एम्पीथिएटर में आयोजित होगी। इसमें 4 से 10 वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का सुअवसर मिलेगा। इसके तहत उत्तराखंड की परम्परागत वेशभूषा, लोकगीत, लोकनृत्य और लोक कथाओं की एकल, युगल अथवा समूह रूप में प्रस्तुतियाँ होंगी। प्रतियोगिता में 10 उत्कृष्ट प्रतिभागियों को पुरस्कार भी दिया जायेगा।
सोमवार, 3 नवम्बर, 2025 को प्रसिद्ध पुतुल कलाकार रामलाल भट्ट द्वारा 5 से 18 वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों के लिए कठपुतली निर्माण प्रदर्शन व कार्यशाला किया जायेगा। इसका समय अपराह्न 3:00 – 5:00 बजे तक रहेगा। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के एम्फीथिएटर में आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों को कठपुतली के किरदारों के माध्यम से कहानी वाचन की प्रस्तुति और उनमें रचनात्मक और अभिव्यक्ति कौशल विकसित करने का अवसर मिल सकेगा।
लोक संस्कृति विषय पर सोमवार, 3 नवम्बर, 2025 को प्रातःकालीन सत्र में 11ः00 – 1ः 00 बजे शास्त्रीय संगीत के निकष पर गढ़वाली लोक संगीत पर पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त संस्कृतिकर्मी डॉ. माधुरी बड़थ्वाल एक व्याख्यात्मक प्रस्तुति देगीं। वहीं सायकालीन सत्र में सायं 3ः30 – 5ः30 बजे उत्तराखण्ड के समाज में प्रचलित लोकगीतों की विविधता और उसके स्वरुप पर सुपरिचित गायिका उप्रेती सिस्टर्स-श्रीमती ज्योति उप्रेती सती और सुश्री नीरजा उप्रेती द्वारा संगीतमय व्याख्यान की प्रस्तुति दी जायेगी। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के मुख्य सभागार में आयोजित इन दोनों कार्यक्रमों का संयुक्त संचालन श्रीमती राधा रतूड़ी, पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखण्ड व वर्तमान मुख्य सूचना आयुक्त तथा श्री अनिल रतूड़ी, पूर्व पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड करेगें।
मंगलवार, 4 नवम्बर, 2025 को प्रातःकालीन सत्र में 11ः00 – 1ः00 बजे, बौद्धिक विमर्श में विकास और पर्यावरण में संतुलन पर चर्चा होगी। इसमें प्रश्नोत्तरी, चर्चा और सवाल-जबाब के माध्यम से उत्तराखण्ड की प्रकृति, वन और वन्य जीवों के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण बातचीत की जायेगी। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के मुख्य सभागार में इस विषय पर प्रतिभागी वक्ताओं में हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल, श्री विजय जड़धारी, सामाजिक कार्यकर्ता और बीज बचाओ आन्दोलन के प्रणेता तथा लेखिका श्रीमती साधना जयराज शामिल रहेंगी। चर्चा का संचालन श्री जयराज पूर्व प्रमुख वन संरक्षक, श्री जयराज करेंगे। इसमें वन्य प्रश्नोत्तरी में 10 स्कूलों से आये बच्चे प्रतिभाग करेंगे और प्रारम्भ में गंगा नदी के अवतरण पर डॉ. श्रीजा सिंह द्वारा एक नृत्य गीत की प्रस्तुति दी जायेगी।
मंगलवार, 4 नवम्बर, 2025 को सायंकालीन सत्र में 3ः30 – 6ः00 बजे तक हिन्दी व उत्तराखण्ड की स्थानीय भाषाओं पर केन्द्रित कवि सम्मेलन का कार्यक्रम आयोजित होगा। हिन्दी के अलावा गढ़वाली,कुमाउनी व जौनसारी के इस बहुभाषी कवि सम्मेलन में उत्तराखण्ड के विविध स्थानों से पधारे 15 कवियों द्वारा मौलिक कविताओं का पाठ किया जायेगा। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के मुख्य सभागार में आयोजित इस कविता पाठ सम्मेलन में डॉ. खेमकरन सोनकर (हिन्दी ),श्री हर्ष काफर (हिन्दी ),डॉ.नागेन्द्र गंगोला(हिन्दी ),डॉ. नवनीत सिंह(हिन्दी),सुश्री सुप्रिया सकलानी(हिन्दी ),सुश्री वृंदा शर्मा (हिन्दी),श्री विनोद पंत (कुमाउनी),श्री राजेन्द्र ढैला(कुमाउनी),डॉ. प्रदीप उपाध्याय,(कुमाउनी),श्री आशीष सुन्दिरयाल(गढ़वाली),सुश्री प्रिया देवली(गढ़वाली),श्री राकेश जिर्वाण ’हंस’ (गढ़वाली) , श्री नंदलाल भारती (जौनसारी) तथा श्री अर्जुन दत्त (जौनसारी) प्रतिभाग करेंगे। इस बहुभाषी कवि सम्मेलन का संचालन डॉ. अनिल कार्की करेगें।
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*_सम्पर्क :_* _कर्नल एस.एस. रौतेला (8006113777), जय भगवान गोयल, (9997790504), चन्द्रशेखर तिवारी (9259185425) मेघा विल्सन, (7303049371) पंकज कुमार शर्मा, (9997677490), दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र, देहरादून._












