फोटो–
01- बदरीनाथ के कपाट बंद किए जाने की तिथि घोषित किए जाने के अवसर पर धार्मिक सभा को संबोधित करते बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल,
02- अगले वर्ष के लिए नियुक्त वारीदार बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार पर यहाॅ से चाॅदी की छडी की अगुवाई मंे ये बामणी गाॅव पंहुचते है।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। भगवान बदरी विशाल के कपाट 17 नंवबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंेगे। बदरीनाथ मंे मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी एंव मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल की मौजूदगी मे धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल द्वारा मुहुर्त निकाला गया। इसी के साथ अगले वर्ष के लिए नियुक्त बारीदारों को पगडी पहनाई गई।
क्लियुग पापाहारी भगवान श्री हरिनारायण के कपाट इस वर्ष शीतकाल के लिए आगामी 17नवबंर को सांय 5बजकर 13मिनट पर बंद किए जाऐगे। मंगलवार को बदरीनाथ मंदिर परिसर मे आयोजित एक धार्मिक सभा मे बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण भटट एंव वेदपाठी रविन्द्र भटट ने पंचाग गणना के बाद 17 नवंबर को गौधुली वेला पर सांय 5 बजकर 13 मिनट का मुहुर्त निकाला और इस मुहुर्त की संस्तुति मुख्य पुजारी श्री रावल से प्राप्त करने के उंपरात उक्त मुहुर्त की विधिवत घोषणा की।
भगवान बदरी विशाल के कपाट खुलने का मुहुर्त प्रविवर्ष बसंत पंचमी के पर्व पर टिहरी नरेश की मौजूदगी में तय किया जाता है जबकि कपाट बंद होने का मुहुर्त आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की पवित्र गददी को साक्षी मानते हुए मुख्य पुजारी श्री रावल की मौजूदगी में विजियादशमी पर्व पर बदरीनाथ धाम में ही किया जाता है।
शीतकाल के लिए कपाट बंद होने का मुहुर्त तय किए जाने के बाद धार्मिक सभा को संबोधित करते हुए बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा कि विद्वान आचार्यो द्वारा शीतकाल के लिए कपाट बंद होने की तिथि तय की गई हैं। कहा कि कपाट बंद होने के कार्यक्रम भी एक पर्व के रूप मे ही मनाया जाना है, क्योकि इस दिन मानव द्वारा भगवान श्रीहरिनारायण की जिम्मेदारी शीतकाल के छ माह के लिए महर्षि नारद की सौंपी जाती हैं। श्री थपलियाल ने शीतकाल के लिए कपाट बंद होने के पर्व पर अधिक से अधिक श्रद्धालुओ को बदरीनाथ धाम पंहुचने का आवहान किया।
बीकेटीसी के अध्यक्ष श्री थपलियाल ने कहा कि आद्य जगदगुरू शंकराचार्य भगवान के समय से ही चली आ रही पंरपरा का निरंतर निर्वाह हो रहा हैं। उन्होने बदरीनाथ की ब्यवस्था मे लगे सभी विभागो विशेषकर पुलिस प्रशासन के भरपूर सहयोग की सराहना करते हुए हकहकूकधारी समाज की भगवान के प्रति सेवा भाव से अपने दायित्वो के निर्वहन की भी प्रशंसा की और आगे भी इसी क्रम को निरंतर बनाए रखने की अपील की। श्री थपलियाल ने अगले वर्ष के लिए नियुक्त सभी बारीदारो का स्वागत करते हुए उनसे मंदिर हित मे बेहतर सेवा कार्य करने की अपेक्षा की। उन्होने इस वर्ष अब तक की सबसे बेहतर यात्री संख्या के वावजूद सभी तीर्थयात्रियों को बेहतर दर्शन व आवास की ब्यवस्था किए जाने के लिए मंदिर समिति के समस्त कर्मचारियों के साथ जिला व तहसील प्रशासन , पुलिस प्रशासन व बदरीनाथ मंदिर से जुडे सभी समाज का आभार प्रदर्शित किया।
बीकेटीसी के सीईओ बीडी सिंह ने इस सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शीतकाल के लिए कपाट बंद होने के मुहुर्त के साथ ही छ महीने के लिए भगवान से विछोह की शुरूवात हो गई है। भगवान बदरीनाथ की इस अनूठी पंरपरा मे जहाॅ बसत पंचमी के दिन से कपाट खुलने को लेकर उत्सुकता बनी रहती है वही कपाट बंद होने की तिथि निकलने के बाद भगवान से छ महीनो के लिए बिछोह की शुरूवात भी हो जाती है। कहा कि विजिय दशमी के इस पावन पर्व पर जिसे टीका दशमी भी कहा जाता है और इस दिन हकहकूकधारी समाज के बारी दारो को पगडी भी पहनाई जाती है। बदरीनाथ मंदिर से मेहत्ता-भंडारी थोक, कमदी थोक, डिमरी पंचायत, पंडा पंचायत, ब्रहमकपाल तीर्थपुरोहित समाज, रौंेकवाल पंचायत, माल्या पंचायत व माणा गाॅव के लोग जुडे है, और पूरे यात्राकाल मे अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को बडी ही निष्ठा के साथ सपंादित करते है ,कहा कि वास्तव मे यही बदरीश पंरपरा है। जो अनादिकाल से चली आ रही है।
इस मौके पर अगले वर्ष के लिए नियुक्त वारीदारों किशोर पंवार, जगमोहन भंडारी,भागवत मेहत्ता व राजदीप सनवाल को बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल एंव सीईओ बीडी सिंह ने पगडी पहनाकर, माल्यापर्ण कर व शाॅल ओढाकर मंदिर की सेवा के लिए स्वागत किया।
कपाट बंद होने की मुहुर्त निकालने के पर्व पर आयोजित समारोह मे बदरी-केदार मंदिर समिति के सदस्य धीरज पंचभैया, चंद्रकला ध्यानी के अलावा बरिष्ठ चिकित्सक डा0सुदर्शन सिह भंडारी,मंदिर समिति के पूर्व सदस्य गोविद सिंह पंवार,मंदिर अभियंता विपिन तिवारी, सहायक मंदिर अधिकारी राजेन्द चैहान,माणा के पूर्व प्रधान पीतांबर मोलफा,,दफेदार कृपाल सनवाल, भाजपा के बरिष्ठ नेता राकेश भंडारी, डा0रमेश चंद्र सिह पंवार, दिनेश झिक्वांण , गौर सिंह कमदी, कल्याण ंिसह भंडारी, बदरीनाथ नगर पंचायत के अध्यक्ष अरविन्द्र शर्मा, समाज सेवी मोहन खत्री, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष बलदेव मेहत्ता सहित अनेक गणमान्य नागरिक व हकहकूक समाज से जुडे पदाधिकारी मौजूद थे।