23 फरवरी 2025,
कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार। भाबर क्षेत्रांर्गत उमरावपुर झण्डीचौड़ उत्तरी, वार्ड नं0-38, स्थित श्री पृथ्वी विद्या मंदिर स्कूल, कण्वनगरी में पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए आओ सब मिलकर पेड़ लगाएं, धरती को हर-भरा बनायें पर गोष्ठी आयोजित की गई। आयोजित कार्यक्रम
एक पेड़ मां के नाम के तहत मुख्य अतिथि नगर निगम महापौर शैलैन्द्र सिंह रावत एवं कार्यक्रम संयोजक कमल बिष्ट सम्पादक साप्ताहिक वन पर्यावरण व टूरिस्ट संदेश के संपादक सुभाष नौटियाल सहित नौटियाल बंधुओं द्वारा संयुक्त रूप से जामुन की पौध का रोपण कर व विचार गोष्ठी आयोजित की गई।
आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि महापौर शैलैन्द्र रावत ने कहा कि आज हमें प्लास्टिक बंद बोतल का पानी पड़ रहा है, उन्होंने स्वच्छ पर्यावरण एवं जल संरक्षण हेतु जन जागरूकता अभियान चलाकर वृक्षारोपण करना होगा। जीवनदायिनी गंगा जब सूख जाऐगी तो जनजीवन पर कितना प्रभाव पड़ेगा, यह सब जानते हैं, हमें पर्यावरण संवर्धन एवं जल संरक्षण हेतु मानव जीवन को जीवित रखने के लिए देश के कर्णधार युवाओं एवं सभी जनों के सहयोग की जरूरत है।
इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ नगर निगम महापौर शैलैन्द्र सिंह रावत, वरिष्ठ अतिथि प्रकाश कोठारी प्रबंध निदेशक एमकेवीएन कण्वघाटी, कार्यक्रम अध्यक्ष ग्रीस नैथानी संस्थापक श्री पृथ्वी विद्या मंदिर स्कूल झंडीचौड़, प्रधानाचार्य अटल उत्कर्ष राजकीय इंटर कॉलेज कण्णघाटी, डॉ० रमाकांत कुकरेती, महेश चन्द्र नौटियाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम से पूर्व एक पेड़ माँ के नाम के तहत जामुन की पौध का रोपण किया गया। जिसके उपरांत विषय-“एक पेड़ माँ के नाम के तहत पौधरोपण” एवं कैसे बन सकता है? कण्वनगरी कोटद्वार स्वच्छ हरित नगर विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक कमल बिष्ट, सम्पादक, साप्ताहिक वन पर्यावरण तथा महेश चन्द्र नौटियाल एवं समस्त नौटियाल परिवार उमरावपुर झण्डीचौड़ (उत्तरी) वार्ड नं0-38, कण्वनगरी, सम्पादक सुभाष नौटियाल, मासिक पत्रिका टूरिस्ट संदेश, वरिष्ठ पत्रकार अमर उजाला दीपक सुयाल, पं० सूरज कुकरेती, महावीर सिंह रमन, संपादक गढ़ आवाज, मोहित कंडवाल, अनुसुया प्रसाद भदोला, पार्षद रजनीश बेबनी, वीरेंद्र भारद्वाज, विनोद धुलिया, सुखपाल शाह, कुलदीप मैंदोला, नीलम नौटियाल, बलदेव नौटियाल, सुरेश नैथानी, अंकिता नौटियाल, निशा नौटियाल, आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन राकेश मोहन ध्यानी ने किया।