फोटो– सडक विहीन दूरस्थ गाॅव कलगोठ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। सडक विहीन गाॅवों के ग्रामीण चुनाव बहिष्कार के फैसले पर अडिग। ग्रामीण अन्य गाॅवों में भी जन सपंर्क कर मतदान के बहिष्कार के लिए प्रेरित कर रहे है।
सीमांत प्रख्ंाड जोशीमठ के दूरस्थ गाॅव आजादी के बाद से सडक की वाट जोह रहे है। लेकिन अब ग्रामीणों को धैर्य पर जबाव देने लगा है। दूरस्थ गाॅव कलगोठ, डुमक, पल्ला, जखोला, किमाणा, लाॅजी-पोखनी व हयूॅणा के ग्रामीण तो पहले ही चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर चुके है। अब विभिन्न मांगो को लेकर उर्गम घाटी के अन्य गाॅवों के ग्रामीण भी चुनाव बहिष्कार की रणनीति बनाने मे जुटे है।
प्रधान संगठन के अध्यक्ष व भेटा के प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी के अनुसार आजादी के बाद व राज्य गठन के वाद भी गा्रमीणों को 20से 27किमी0तक पैदल चलकर अपने गाॅव मे पंहुचना पड रहा है। सडक विहीन इन गाॅवों के कई ग्रामीण त्वरित उपचार नही मिलने के कारण मौत के मुॅह मे समा गए है। लेकिन सरकारो ने हमेशा से ही इन क्षेत्रों की उपेक्षा की है। लेकिन अब ऐसा नही होगा। लोकतंत्र मे चुनाव बहिष्कार अथवा नोटा का प्रयोग कर लोग अपनी नाराजगी जता रहे है। और ऐसा ही सीमांत ब्लाक जोशीमठ मे भी होगा।
उर्गम के प्रधान हरीश परमार के अनुसार चुनाव बहिष्कार को लेकर लगातार जनसंपर्क किया जा रहा है। नौ अप्रैल को बैठक कर अंितम फैसला लिया जाऐगा। कलगोठ के प्रधान दलीप ंिसह चैहान ने बताया कि कलगोठ व डुमक सबसे दूरस्थ गाॅव है और हर चुनाव से पूर्व सडक निर्माण का आश्वासन दिया जाता है। लेकिन चुनाव निपटने के बाद सुध नही ली जाती। इस बार तो न केवल लोकसभा का ब्लकि पंचायत व आने वाले विधान सभा के चुनावों का भी बहिष्कार किया जाऐगा।
इधर लाॅजी व पोखनी ग्रामों के जनप्रतिनिधि अन्य गाॅवों मे भी भ्रमण कर चुनाव बहिष्कार के लिए ग्रामीणों को तैयार कर रहे है। लाॅजी-पोखनी के ग्रामीणो ने रविबार को द्वींग-तपौण गाॅवों का भ्रमण कर ग्रामीणो को सडक के लिए चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की। लाॅजी-पोखनी सडक निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिनेश राणा के अनुसार लाॅजी , पोखनी व हयूॅणा गाॅवों के ग्रामीण चुनाव बहिष्कार पर अडिग है। द्वींग मे संपर्क कर सोमवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाऐगा।