सत्यपाल नेगी/उत्तराखण्ड समाचार
उत्तराखण्ड पर्वतीय राज्य की स्थाई राजधानी के कट्टर समर्थक व आंदोलनकारी प्रवीण सिह काशी पिछले 14 सितम्बर से जेल में थे। उन्होंने जेल में भी अनशन शुरू करते हुए ऐलान किया था कि यह पहाड़ों के स्वाभिमान से जुड़ा मुद्दा है। 19 सितम्बर को उनके स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आई। जेल प्रशासन ने उन्हें जिला अस्पताल गोपेश्वर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भर्ती करा दिया, प्रवीण सिह का अस्पताल में भी अनशन जारी है।
आपको बता दे कि प्रवीण सिह काशी मूल रूप से बनारस यूपी के रहने वाले हैं। दिल्ली विश्व विद्यालय के छात्र नेता भी रह चुके हैं। 2017-18 में जब प्रवीण सिह बद्रीनाथ यात्रा पर आये तो उन्होंने उत्तराखण्ड के सुन्दर पर्वतीय इलाकों के बारे में जानकारी ली, पता चला कि राज्य को बने दो दशक बीत गये ओर अभी तक स्थाई राजधानी तय नहीं हो सकी। इसी पीड़ा को लेकर प्रवीण सिंह ने गैरसैण राजधनी के लिए पद यात्रा की और 7 नवम्बर 2017 को गैरसैंण में अपने स्थानीय समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गये। धीरे.धीरे गैरसैंण को राजधानी बनाने की आवाज दुबारा से मुखर होने लगी, और एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा हो गया।
2018 मे गैरसैण भराड़ीसैन मे सरकार द्वारा बजट सत्र आयोजित किया गया। वही गैरसैंण राजधानी संघर्ष समिति का आंदोलन भी बढ़ता गया। सरकार को घेरने के लिए आंदोलनकारी विधानसभा भराड़ीसैंण कूच कर रहे थे तो पुलिस ने जन सैलाब को पहले ही रोक दिया था। इसी दौरान सरकार के इशारे पर पुलिस ने प्रवीण सिह सहित 40 अन्य लोगों पर विभिन्न धाराओं में फर्जी मुकदमे लगाकर आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की। जिसमें 38 आंदोलनकारियों को 2019 में जेल भी जाना पड़ा।
वही गैरसैण आंदोलन के मुख्य क्रन्तिकारी प्रवीण सिह काशी को भी इसी को लेकर समन जारी हुआ, और 14 सितम्बर को प्रवीण सिह गैरसैंण के मजिस्टेट के सामने हाजिर हुए और जेल जाने को राजी हुए, उन्होंने ऐलान किया था कि जबतक गैरसैंण को स्थाई राजधानी नहीं घोषित की जायेगी आंदोलन जारी रहेगा।
प्रवीण सिह ने जेल में सत्याग्रह के तहत अनशन जारी रखा, बीते 19 सितम्बर को उनके तबियत बिगड़ने के चलते उन्हें जिला अस्पताल गोपेश्वर भर्ती किया गया है। जहां पर भी उनका अनशन जारी है।
वही बद्री.केदार के पूर्व विधायक कुँवर सिह नेगी भी गोपेश्वर अस्पताल पहुंचे और प्रवीण सिह काशी का हालचाल जाना। पूर्व विद्यायक नेगी ने कहा कि आपकी जीत होगी, क्योंकि आपने उत्तराखण्ड की जनता की माँग को पुरजोर तरीके से रखा। नेगी ने प्रवीण सिंह को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि राज्य सरकार जल्द सभी आंदोलनकारियों पर लगाये फर्जी मुकदमे वापस ले, वरना 2022 के चुनाव में जनता आपको सबक सीखा देगी। प्रवीण सिंह को मिलने वालों में पूर्व विधायक कुँवर सिह नेगी, सर्वेदयी नेता मुरारी लाल, के डी कन्याल, महाबीर बर्त्वाल, चरण सिंह आदि थे।