रिपोर्ट-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। जब प्रकृति पीड़ा देने पर आती है तो उसका सामना करने की हिम्मत किसी में नहीं होती। कुदरत के आगे किसी मनुष्य की नहीं चलती और सभी उसके आगे घुटने टेकने को मजबूर होते हैं।
दरअसल, प्राकृतिक संकट के कारण कई किसान आर्थिक तंगी व अन्य समस्याओं के घेरे में जकड़े हुए है। गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व से पशुओं में तेजी से फ़ैल रही लंपी बीमारी को देखते हुए पशुपालक किसान चिंतित और घबराए हुए हैं।
अचानक से पशुओं में संक्रमण के फैलने से पशुपालक किसान भयभीत हो गए हैं। इस संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित गाय हो रही है। लंपी बीमारी से अनजान कुछ किसानों के पशु को समय पर टीकाकरण न लगाने व उचित उपचार न मिलने से उसकी मृत्यु भी हो गई है।
अभी किसानों के सर से एक दुख खत्म भी नही थे की प्रकृति ने उनको दूसरा झटका दे दिया। लगभग 75 प्रतिशत तैयार हो चुकी धान की खड़ी फसल को मजबूरन अब किसानों को जोतना पड़ रहा है।
फसलों में तेजी से फैल रहे ग्राफीहंट संक्रमण के कारण किसानों को दोहरा नुकसान झेलना पड़ रहा है। पहले पशुओं और अब फसलों संक्रमण होने से किसान बहुत हताश है।
ग्राफीहंट संक्रमण के लगने से फसल की बढ़त रुक गई। साथ ही कुछ स्थानों पर अन्य फसल रोग ने भी किसानों की परेशानी बड़ा दी है। फसल में रोग लगने से परेशान किसनों ने धान की फसल को जोतना शुरू कर दिया है।
डोईवाला विकासखंड के कई गांव में ग्राफीहंट वायरस से पहली बार फसल खराब हुई है। धान उत्पादक किसान करीब 35 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की बुवाई करता है। किसान की लगभग 75 फीसदी से अधिक धान की फसल तैयार हो चुकी है लेकिन इस बीच फसल में ग्राफीहंट रोग आ गया है, जिससे धाम के पौधे में बिलकुल बढ़ोतरी नहीं हो रही एवं जड़े भी पीली होकर सुख रही है।
रायवालाए श्यामपुरए माजरी ग्रांटए दुधलीए खैरीए बालावालाए मियांवालाए आदि क्षेत्रों में ग्राफीहंट वायरस का प्रभाव पड़ा है। बता दे की धान की फसल अक्टूबर तक पूरी तरह से तैयार हो जाती है परंतु वायरस के कारण किसानों को अभी से फसल को काटना पड़ रहा है।
किसानों ने बताया की उनके द्वारा हर तरह की दवाइयों व कीटनाशक का इस्तेमाल भी किया परंतु कोई लाभ नहीं हुआ। किसानों ने कृषि विभाग से फसल को रोग से बचाने और प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की व समस्याओं के निराकरण की मांग की है।
डोईवाला कृषि अधिकारी डीएस असवाल ने बताया की विभागीय टीम द्वारा विभिन्न क्षेत्र का भ्रमण कर मौके का मुआयना किया जा रहा है। किसानों की फसल में ग्राफीहंट रोग लगने उन्हें नुकसान पहुंच रहा है। कहा की विभाग नुकसान का सर्वे कर रहा है, साथ ही वायरस को रोकथाम के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर लंपी बीमारी के संदर्भ में बताया की यह बीमारी पशुओं में मच्छरों, मक्खी और ततैया के द्वारा फैलाई जाती हैं।