हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली। मछली तालाबों के निर्माण में एक व्यक्ति के द्वारा घपलेबाजी का मामला सामने आया हैं। इस मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी थराली के निर्देश पर थराली थाने में आरोपी के खिलाफ मामला पंजीकृत किया गया हैं। मामला पंजीकृत होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी हैं।
विकास खंड देवाल के अंतर्गत ल्वाणी गांव के एक युवक विरेंद्र सिंह पुत्र चंद्र सिंह पिछले लंबे समय से ल्वाणी गांव के ही खड़क सिंह पुत्र खिलाप सिंह पर मत्स्य विभाग के सहयोग से ल्वाणी गांव में ही अपनी नाप भूमि पर मछली तालाबों का निर्माण ना कर सरकारी भूमि पर निर्माण की शिकायत मत्स्य विभाग एवं प्रशासन से करते आ रहा था। आरोप हैं कि खंडक सिंह के द्वारा खसरा नंबर 382 के रक्वा 0.0300 हैक्टेयर भूमि पर मछली तालाबों का निर्माण होना दर्शाया गया हैं। जबकि इस खसरे में आज भी कोई भी मछली तालाब नही है, इसके लिए बकायदा मत्स्य विभाग के द्वारा 13 लाख 50 हजार रूपए का सरकारी ऋण, अनुदान सहित स्वीकृत किया गया था। जिसमें से अनुदान के रूप में खड़क सिंह 6 लाख 75 हजार रूपए प्राप्त भी कर लिए हैं, विरेंद्र सिंह लगातार खड़क सिंह पर सरकारी अनुदान के गमन का आरोप लगाते आ रहा था।इस मामले में जब किसी भी स्तर पर उचित कार्यवाही नही हुई तों विरेंद्र सिंह ने थराली के न्यायालय की श्ररण और थराली न्यायालय के निर्देश पर गत दिनों थराली थाने में खड़क सिंह के खिलाफ बीएनएस की धारा 316 (5) में मुकदमा दर्ज किया लिया गया हैं।
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न्यायालय के निर्देश एवं वादी विरेंद्र सिंह के द्वारा पुलिस अधीक्षक चमोली को इसी वर्ष 30 मई को दी गई एक तहरीर के आधार पर खड़क सिंह के खिलाफ मत्स्य विभाग के द्वारा दिए गए 6 लाख 75 हजार रूपए की सब्सिडी का गमन का मुकदमा पंजीकृत किया गया हैं।इस संबंध में जांच शुरू कर दी गई हैं, जल्द ही मत्स्य विभाग के अधिकारियों से पूछताछ करने के साथ ही उनसे आवश्यक दस्तावेजों प्राप्त कर जांच की जाएगी एवं जांच में जो भी वस्तुस्थिति सामने आएगी उसी के बाद अग्रिम कानून कार्रवाई की जाएगी।
विनोद चौरसिया
थानाध्यक्ष थराली
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ल्वाणी गांव के किसान खंडक सिंह को मछली तालाबों के निर्माण के लिए मत्स्य विभाग के द्वारा वर्ष 2021-22 में अनुदान सहित ऋण स्वीकृत किया गया था। बकायदा उससे भूमि का नक्शा,खसरा,खतौनी के साथ ही शपथपत्र लिया गया हैं। जिसमें किसान ने तालाबों के निर्माण में उपयोग की गई भूमि को अपनी निजी भूमि बताकर उस पर तालाबों का निर्माण कार्य किया जाने का शपथपत्र प्रस्तुत किया गया हैं। मत्स्य विभाग के द्वारा कास्तकार से एक अन्य शपथपत्र लिया गया है। जिसमें किसान ने निरंतर 5 वर्ष तक तालाबों में नियमित रूप से मछली पालन का कार्य करने की शपथ ली हैं, भूमि विवाद कामामला मत्स्य विभाग के पास भी आया था जिस पर कास्तकार को विभाग ने बकायदा नोटिस भेजा था।जिस पर किसान ने बताया हैं कि गलती वस जो कागजात उसने मत्स्य विभाग में जमा किए थें तालाबों का निर्माण उस स्थान पर ना कर अपनी कब्जें वाली भूमि पर कर दिया हैं।थाने में मामला दर्ज होने की उनको जानकारी नही हैं, पुलिस के द्वारा मत्स्य विभाग से जो भी दस्तावेज मांगे जाएंगे उपलब्ध करवाएं जाएंगे।
जगदम्बा प्रसाद
जिला मत्स्य अधिकारी चमोली











