देहरादून। जिले के विकासनगर के निकट बाड़वाला और राजावाला में भू माफिया ने करीब डेढ़ लाख के पेड़ काट डाले, वन भूमि के कागजातों में हेरफेर कर निजी भूमि में दर्ज करा लिया, लेकिन वन महकमा और सरकार सोती रही। इस सवाल को उठा रहे नवक्रांति स्वराज मोर्चा के कार्यकर्ताओं को जान से मारने की धमकी दी गई।
गौरतलब है कि भू माफिया पिछले कई महीनों से वन विभाग की चैहदपुर रैंज के राजावाला में जंगल काट रहे थे। काटे गए पेड़ों की संख्या का अनुमान डेढ़ लाख के करीब लगाया गया है। इस पेड़ कटान का विरोध कर रहे संगठनों से जुड़े लोगों को बाकायदा धमकी दी गई। पेड़ों से खाली हुई वन विभाग की भूमि को निजी खातों में दर्ज किया गया। खाली हुई भूमि पर काबायदा प्लाटिंग की जा रही है। इस पूरी प्रक्रिया में वन विभाग के अलावा राजस्व विभाग समेत कुछ अन्य विभागों की भूमिका संदेह के घेरे में हैं।
खास बात यह है कि इस पूरे खेल के पीछे सत्तारूढ़ दल के नेताओं का हाथ बताया जा रहा है। जबकि सत्तारूढ़ दल सीधे निशाने पर न आ जाए, यह अवैध कार्य कर रहे लोगों विपक्षी दल के एक बड़े नेता के करीबी बताकर पूरे फोकस को डावर्ट करने की कोशिश की जा रही है। इस संबंध में नवक्रांति स्वराज मोर्चा के अध्यक्ष गजेंद्र जोशी के नेतृत्व में आज वन मंत्री हरक सिंह रावत और मुख्य वन संरक्षक को पूरी जानकारी देते हुए पत्र सौंपा गया।