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01-आमरण अनशन स्थल पर पत्रकारों से वार्ता करते प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल
02- आमरण अनशन पर बैठे पूर्व प्रमुख ठाकुर सिंह राणा
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ।
नीती घाटी की सड़क खोलने व नीती घाटी के ग्रामीणों को सुरक्षित गत्यंब्य तक पंहुचाने की मांग को लेकर पूर्व प्रमुख ठाकुर सिंह राणा ने आमरण अनशन शुरू किया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व पूर्व कैबनेट मंत्री राजेन्द्र भंण्डारी ने अनशन स्थल पर पंहुचकर समर्थन दिया।
![](https://uttarakhandsamachar.com/wp-content/uploads/2021/08/THakur-Singh-RANA-ANSAN.jpg)
भारत-चीन सीमा को जोडने वाला एक मात्र मोटर मार्ग सुराई थोटा से आगे तमक मे 13वें दिन भी बन्द रहा है, लगातार मलबा व बोल्डर गिरने के कारण सडक अवरूद्ध है, सुरोईथोटा से आगे नीती तक दर्जनो गाॅव पिछले 12 दिनो से स्वास्थ्य, संचार, विद्युत व खाद्यान्न की समस्या से जूझ रहे है। इस बीच बीते रोज से जान जोखिम मे डालकर कुछ लोग नदी के रास्ते आवागमन तो कर रहे है, लेकिन यह पैदल मार्ग जानलेवा बना हुआ है।
नीती घाटी की सडक खोलने व वैकल्पिक ब्यवस्था की मांग नीती घाटी के लोग लगातार 12 दिनो से कर रहे है। लेकिन शासन/प्रशासन स्तर से कोई सुनवाई नही होने के बाद मजबूर होकर पूर्व दर्जाप्राप्त राज्यमंत्री/पूर्व प्रमुख ठाकुर सिंह राणा ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। सोमवार को सुबह पूरे जुलूस के साथ पूर्व प्रमुख तहसील प्रांगण मे पंहुचे और आमरण अनशन शुरू कर दिया।
पूर्व प्रमुख के आमरण अनशन को समर्थन देने पंहुचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आमरण अनशन का समर्थन करते हुए कहा कि यहाॅ का विधायक इस विपदा की घडी मे कहाॅ है, और सरकार पिछले 13दिनो से कहाॅ सोई हुई है! उन्होने कहा कि प्रदेश की हालात आज यह हो गई है कि नीती घाटी मे फॅसे अपने लोगो को सुरक्षित देखने व उनकी कुशलक्षेम जानने के लिए लोगो को आमरण अनशन जैसे कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड रहा है। प्रदेश्ज्ञ अध्यक्ष श्री गोदियाल ने कहा कि बार्डर रोड का लगातार 13दिनो तक बन्द रहना न केवल सीमा सुरक्षा की दृष्टि से बेहद खतरनाक है,ब्लकि रक्षा की द्वितीय पंक्ति के लोगो की भी घोर उपेक्षा है, जिसे कतई बर्दास्त नही किया जा सकता।
प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल ने कहा कि सरकार तत्काल सडक को आवाजाही के लिए खोले और जब तक सडक नही खुलती तब तक हेली सेवा के माध्यम से सीमान्त गाॅवों तक समुचित जन सुविधाएं मुहैया कराऐ और लोगो को सुरक्षित स्थानो तक पहंुचाए, यदि ऐसा नही हुआ तो कांग्रेस सडक से लेकर सदन तक इस मामले को प्रमुखता से उठाऐगी। इस दौरान आमरण अनशन स्थल पर श्री गोदियाल के साथ पूर्व मंत्री राजेन्द्र भंडारी व अन्य कांगे्रस पदाधिकारी भी मौजूद रहे।