फोटो- आल वैदर रोड को लेकर प्रदर्शन करते जोशीमठ के नागरिक ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। आल वैदर रोड को जोशीमठ से ही बनाए जाने की मांग को लेकर सरकारों के खिलाफ चल रहा आंदोलन 34वंे दिवस में प्रवेश कर गया।
सीमांत धार्मिक एवं पर्यटन नगरी जोशीमठ के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आल वैदर रोड को जोशीमठ से ही निर्मित किए जाने की मंाग को लेकर सीामंात नगरवासियों का आंदोलन लगातार जारी है। इस बीच भारत सरकार के सडक परिवहन मंत्री के निजी सचिव संकेत भोंडवे द्वारा शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज के पत्र का जवाब, देते हुए उल्लेख किया है कि उनके पत्र को अग्रिम कार्यवाही हेतु संयुक्त सचिव ’’भूमि अधिग्रहण’’ सडक परिवहन मंत्रालय भारत सरकार को पे्रषित कर दिया गया है। इधर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिेवेन्द्र रावत ने भी 09अक्टूबर को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है।
सडक परिवहन मंत्रालय व सीएम के रूख से स्पष्ट प्रतीत होता है कि सीमांत क्षेत्र जोशीमठ मे पिछले 33दिनो से चल रहे आंदेालन का दोनंांे सरकारों द्वारा संज्ञान लिया जा रहा है।
आॅल वैदर रोड को लेकर जारी धरने के 34वें दिवस महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष देवेश्वरी साह, पूर्व पालिकाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, रजनीश पंवार,,कांग्रेस पूर्व सैनिक प्रकेाष्ठ के प्रदेश महामंत्री विक्रम भुज्वांण , पालिका सभासद समीर डिमरी, नितिन ब्यास, ब्यापार मंडल के संरक्षक माधव प्रसाद सेमवाल,दिंगबरी कठैत, बसपा महिला सैल की अध्यक्षा ममता सिंह, पूर्व ईओ बीपी कपरूवाण,,गणेश डिमरी,ब्यापार मंडल के पूर्व अध्यख श्रीराम डिमरी व उमेश लाल साह,लक्ष्मण फरकिया,,संतोष पंवार, दाताराम मिश्रा ,ब्यापार सभा के महामंत्री जयप्रकाश भटट,रत्नेश पंवार, अंशुल भुज्वाणं ,कुलदीप कठैत, सतेन्द्र कुमार,संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूडी आदि धरने पर बैठे।