आतंकी कामरान उर्फ गाजी राशिद इस एनकाउंटर में ढेर हो चुका है. वह पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था. उसने ही सीआरपीएफ काफिले पर आत्मघाती हमले की साजिश रची थी और सुसाइड बॉम्बर आदिल को प्रशिक्षण दिया था. बताया जा रहा है कि सेना को पुलवामा के पिंगलिना में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. इसके बाद 55 राष्ट्रीय रायफल्स, सीआरपीएफ और एसओजी ने घेरकर रात भर में उन्हें मार गिराय
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबल के 4 जवान शहीद हो गए. इनमें एक मेजर रैंक का अफसर भी शामिल है. शहीद हुए जवानों में मेजर डीएस डोंडीयाल, हेड कॉन्स्टेबल सेव राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंग हैं.
सूत्रों के मुताबिक़, आतंकी गाजी एक घर के अंदर छिप कर लगातार फायरिंग कर रहा था. सेना ने उसे घेरा और जमकर फायरिंग की. रात में कुछ देर फायरिंग रोक दी गई, लेकिन सुबह अचानक आतंकियों ने दोबारा फायर किए. इसमें 4 जवान शहीद हो गए.
बताया जा रहा है कि हमले का मास्टर माइंड गाजी रशीद लोगों की आड़ में घरों में छिपा हुआ था. वह पिछले साल कथित तौर पर घुसपैठ कर दक्षिणी कश्मीर में पहुंचा और यहीं से वह कई आतंकी वारदातों को अंजाम देने में सफल रहा था.
एनकाउंटर ख़त्म होने के बाद कुछ ही देर में पत्थरबाज सड़कों पर उतर आए. सेना उन्हें वापस भेजने की अपील की है. लेकिन उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी.
लोग घटनास्थल पर पहुंचकर सेना पर पत्थर बरसा रहे हैं और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं. सेना लगातार उन्हें हटने की अपील कर रही है लेकिन भीड़ जुटी हुई है.
यह भी सामने आया है कि एनकाउंटर में मास्टरमाइंड अब्दुल रशीद गाजी के साथ आतंकी हिलाल भी मारा गया है. वह पुलवामा का रहने वाला था और आतंकी गतिविधियों में लिप्त था. पुलिस को एके 47 समेत कई हथियार मौके से बरामद हुए हैं.
अभी भी सेना का एनकाउंटर जारी है. सूत्रों का कहना है कि तीसरा आतंकी अब तक छिपा हुआ है. उसके पास स्नाइपर रायफल है. बता दें कि पिंगलिना पुलवामा से 14 किमी दूर है. जहां एनकाउंटर चल रहा है. यह इलाका दक्षिण कश्मीर में आता है जो आतंकियों का गढ़ कहा जाता है.