रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
आंगनवाड़ी कार्यकत्री, सेविकाएँ अपनी सेवाएं ईमानदारी से दे रही हैं, मगर बदले में उन्हें वेतन के बजाय केवल आश्वाशन ही दिया जा रहा है। यह भी गम्भीर सवाल खड़ा होता है कि इस महँगाई के दौर में बिना मानदेय के पिछले 6 माह से ये बेचारी कैसे अपने परिवार का भरण.पोषण कर रही होंगी?

आपको बता दे कि जनपद रुद्रप्रयाग की आंगनवाड़ी कार्यकत्री/सेविका जिला संगठन की आज रुद्रप्रयाग स्थित काली कमली धर्मशाला में बैठक आयोजित हुई। जिसमें जिले के तीनों ब्लाकों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी पीड़ा लेकर पहुंची।

इन सभी कहना है कि सबसे कम मानदेय पर हम बहिने कार्य कर रही है, जबकि हमसे दाम के बदले काम ज्यादा लिया जा रहा है, मगर हमारी पीड़ा.दुख सुनने वाला कोई नहीं है। विभागों से हमारे ऊपर इतना बोझ दिया जाता है, कोविड से लेकर ग्राम स्तर तक के हर कार्यों को हमारी बहिने लगातार निभाती आ रही हैं, मगर हमें हमारा मानदेय भी समय पर नहीं दिया जा रहा है।
आंगनबाड़ी संगठन की केंद्रीय प्रभारी सुमति थप्लियाल व जिलाध्यक्ष सुनीता बर्त्वाल की अध्यक्षता मे हुई बैठक मे उन्होंने कहा कि पिछले 6 माह से हमें मानदेय नही दिया गया, ना ही भवन किराये, ना ही टीएचआर का पैसा दिया जा रहा है।
वहीं बाल आहार से जुड़े सामान, अण्डे, चिप्स, खजूर आदि को आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचाया जाये। हमें इन सामानों के मुख्यालय जाना पड़ता है, जिसका कि हमे आने.जाने का भाड़ा भी नहीं मिलता।
जिला कार्यकारणी की बैठक में तीनों ब्लाकों से आई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सेविकाओं ने अपने संगठन की केंद्रीय प्रभारी सुमति थपलियाल को पत्र लिखकर शीघ्र समाधान करने की मांग रखी।
साथ ही ऊखीमठ ब्लाक मे जल्द ही सुपरवाइजर की तैनाती कराई जाए।
बैठक मे अगस्त्यमुनि ब्लाक अध्यक्ष शांति खन्ना, सुरजी नेगी, ऊखीमठ ब्लाक अध्यक्ष प्रेमा बर्त्वाल, अनीता नेगी, जखोली ब्लाक अध्यक्ष राजेश्वरी रावत, सचिव गायत्री जगवाण, सुजैया चौधरी, सन्तोषी नेगी, पुष्पा, सीमा, कोषाध्यक्ष अनीता नेगीएदीप देवी, पूजा, मीना, सुनीता, अनुसूया देवी, शांति देवी, सुमन देवी, शंकरी, रेखा पँवार, भावना, कोशल्या, सरिता, साधना, बीना देवी, विजया सहित कई मौजूद रही।












