फोटो–प्रवेशोत्सव पर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करते छात्र-छात्राएं ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। सरकारी विद्यालयों मे प्रवेश कराने के लिए प्रेरित करने के लिए पूरे सीमांत क्षेत्र मे प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया। विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली निकालकर राजकीय विद्यालयों मे प्रवेश के लिए लोगो का प्रेरित किया। सलूड-डुंग्रा मे प्रवेश लेने वाले छात्रो व अभिभावको को सम्मानित किया गया।
राजकीय विद्यालयों मे वर्षो से घटती छात्र सख्या के कारण विद्यालयों के बंद होने से चिंतित प्रदेश सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों मे प्रवेश के लिए प्रेरित करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया। पूरे एक पखवाडे तक जागरूकता अभियान संचालित किया गया। इस दौरान बरिष्ठ छात्रों के साथ ही अध्यापकों ने भी धर-घर गाॅव-गाॅव जाकर लोगो को राजकीय विद्यालयों मे अपने नौनिहालो को भेजने के लिए प्रेरित किया।
पखवाडे की समाप्ति के बाद जोशीमठ नगर सहित दूरस्थ ग्रामीण अंचलो मे भी प्रवेशोत्सव जागरूकता रैली का आयोजन किया। प्रखंड के राजकीय आदश्ज्र्ञ उच्च प्राथमिक विद्यालय सलूड-डुंग्रा मे प्रवेशोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन जिला शिक्षा अधिकारी ’’बेसिक’’ नरेश कुमार हल्दयानी ने किया। राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय मे इस वर्ष कक्षा 6 मे 44छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया।
जिला शिक्षा अधिकारी-बेसिक श्री हल्दयानी ने 44छात्र-छात्राओ के साथ ही उनके अभिभावको को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि राजकीय विद्यालयों मे शिक्षा की गुणवत्ता बढाने के लिए निंरतर प्रयास किए जा रहे है। और समग्र शिक्षा अभियान के माध्यम से भी शिक्षा के बेहतर बनाया जा रहा है। उन्होने क्षेत्रवासियों से राजकीय विद्यालयों मे प्रवेश के लिए अन्य लोगो को भी प्रेरित करने का आवहान किया। श्री हल्दयानी ने 44छात्रो के प्रवेश पर खुशी जताते हुए विद्यालय परिवार व ग्रामवासियों का आभार जताया।
इस मौके पर विभिन्न विद्यालयों के द्वारा रंगांरग कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियाॅ प्रस्तुत की गई।
जगदीश चैहान के संचालन मे हुए समारोह मे समग्र शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक नरेन्द्र सिह खत्री, पैनखंडा इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य चंदन सिंह जदौडा, राजकी उच्च प्राथमिक विद्यालय सलूड-डुंग्रा के प्रधानाध्यापक दर्शन लाल भारती, सहायक अध्यापक राजेश थपलियाल, विघालय प्रबंध समिति के प्रदीप विष्ट, के अलावा अभिभावक व सभी प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापक/कर्मचारी मौजूद थे।