• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar

हेली सेवा के नाम पर हर साल लोगों को शिकार बना रहे साइबर ठग

25/03/25
in उत्तराखंड, क्राइम, देहरादून
Reading Time: 1min read
0
SHARES
45
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला
उत्तराखंड में जल्द ही चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है. प्रशासन इसके लिए जोर शोर से तैयारी कर रहा है. हर साल की तरह इस साल भी यात्रा शुरू होने से पहले ही साइबर ठग चारधाम सीजन के लिए एक्टिव हो चुके हैं. दरअसल, साइबर ठग चारधाम यात्रा हेलीकॉप्टर बुकिंग में फ्रॉड करते हैंचारधाम यात्रा के लिए शुरू हुए आनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया के चौथे दिन शाम पांच बजे तक 6,07,368 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। केदारनाथ के लिए सर्वाधिक 1,95,709 और बदरीनाथ धाम के लिए 1,82,377 पंजीकृत हुए। गंगोत्री के लिए 1,12,933 और यमुनोत्री के लिए 1,09,824 लोगों ने पंजीकरण कराया। हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए 6,525 पंजीकरण हुए।उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से चारधाम यात्रा-2025 में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 20 मार्च से आनलाइन पंजीकरण शुरू किया गया है। पिछले तीन वर्षों से हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगों की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई।साइबर ठगों ने इन साइट्स पर फर्जी वेबसाइट डालकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया। अब एसटीएफ साइबर ठगों को मुंहतोड़ जवाब देने की रणनीति बनाई जा रही है। इस तरह से करते हैं हेली सेवा के नाम पर ठगी साइबर ठगों का सबसे आसान तरीका केदारनाथ हेली सेवा बुकिंग के नाम पर तैयार की गई फर्जी वेबसाइट हैं।श्रद्धालु जब भी केदारनाथ हेली सेवा के नाम से नेट पर सर्च करते हैं तो वहां पर कुछ फर्जी वेबसाइट आ जाती हैं, जिनके बारे में श्रद्धालुओं को कुछ ज्यादा पता नहीं होता है और श्रद्धालु वहां से टिकट तो बुक कर लेते हैं, लेकिन जब वे टिकट लेकर हेली सेवा कंपनी के पास पहुंचते हैं तो पता चलता है कि टिकट फर्जी है चारधाम यात्रा में हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगी की घटनाओं को बिहार के विभिन्न जगहों से अंजाम दिया जा रहा है। हेली सेवा के नाम पर वर्ष 2022 से साइबर ठगी की घटनाएं बढ़ी। हर वर्ष 50 लोगों से हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगी की जा रही है।इसमें ठगी की रकम 12 से 15 लाख रुपये तक है। एसटीएफ की कार्रवाई की बात करें तो पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जबकि 45 फेसबुक विज्ञापन बंद करते 80 वेबसाइट ब्लाक करवाई गई। इसके साथ ही ठगों के 50 बैंक खाते फ्रीज भी करवाए।साइबर थाना पुलिस की मानें तो हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगी करने वाला गिरोह बिहार के से सरगर्म है। ठग अति दुगर्म क्षेत्रों में जंगल से ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। कई बार पुलिस ने यहां दबिश भी दी लेकिन बड़ी सफलता हाथ नहीं लग पाई।पुलिस उपाधीक्षक साइबर थाना ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को साइबर ठगी से बचने के लिए इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के माध्यम से भी विभिन्न राज्यों से अपील की जा रही है कि यदि कोई हेली सेवा के लिए टिकट बुक करता है तो वह अधिकारिक वेबसाइट पर ही संपर्क करें।साइबर ठगी की 100 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई हैं. इसमें साइबर थाने के साथ अन्य जिलों में 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए हैं. बीते साल एसटीएफ की साइबर सेल ने 65 फर्जी वेबसाइटों पर कार्रवाई कर बंद किया था. इस साल साइबर सेल की एक स्पेशल टीम एक्टिव है, जो फर्जी वेबसाइट पर नजर रखेगी. चारधाम यात्रा में वैसे सरकार से लेकर शासन-प्रशासन और पुलिस के सामने कई चुनौतियां आती हैं, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती आम श्रद्धालुओं को केदारनाथ हेली सर्विस के नाम पर होने वाली ठगी से बचाना है. जिसके लिए पुलिस ने एक प्लान भी तैयार किया है.दरअसल, चारधाम यात्रा में हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं. इस दौरान सबसे ज्यादा मारामारी केदारनाथ हेली टिकट के लिए होती है, जिसका सबसे ज्यादा फायदा ठग उठाते हैं. ठग ऑनलाइन और अन्य तरीकों से भोले-भाले श्रद्धालुओं को अपने जाल में फंसाते और उन्हें केदारनाथ हेली सेवा का टिकट ब्लैक में देने का लालच देकर मोटी रकम ठग लेते हैं. चारधाम में सबसे ज्यादा कठिन यात्रा केदारनाथ धाम की ही मानी जाती है. केदारनाथ धाम तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को करीब 20 किमी की कठिन चढ़ाई चढ़नी पड़ती हैं. इस यात्रा को श्रद्धालु पैदल, घोड़ा खच्चर, डंडी-कंडी और हवाई सेवा से करते हैं, जिसमें सबसे आसान और सुविधाजनक यात्रा के रूप में हवाई सेवा को देखा जाता है, लेकिन टिकटों की सीमित संख्या होने के कारण हेली सेवा का लाभ सबको नहीं मिल पाता है. इसी का ठग फायदा उठाते हैंसाइबर ठगों का सबसे आसान तरीका केदारनाथ हेली सेवा के नाम पर तैयार की गई फर्जी वेबसाइट है. श्रद्धालु जब भी केदारनाथ हेली सेवा के नाम से नेट पर सर्च करते है तो वहां पर कुछ फर्जी वेबसाइट आ जाती हैं, जिनके बारे में श्रद्धालु को कुछ ज्यादा पता नहीं होता है. श्रद्धालु वहां से टिकट तो बुक कर लेते हैं, लेकिन बाद में जब वो टिकट लेकर हेली सेवा कंपनी के पास पहुंचते हैं तो पता चलता है कि वो टिकट फर्जी है. ऐसे में सबसे पहले तो ऐसी फर्जी वेबसाइट से सावधान रहना होगा.इसके अलावा कुछ लोग सिस्टम को तोड़कर कम दाम में टिकट लेकर उन्हें कई गुना ज्यादा दामों पर भी बेच देते हैं, जिन पर भी पुलिस की टीम नजर रखे हुई है. ताकि सरकार द्वारा तय दामों पर ही श्रद्धालुओं को टिकट मिल सके और केदारनाथ हेली सेवा की टिकट ब्लैक न हो.पुलिस की साइबर एक्सपर्ट टीम ने बनाया चक्रव्यूह: इस बार चारधाम यात्रा के दौरान पुलिस की साइबर एक्सपर्ट टीम भी हवाई सेवा को लेकर अहम भूमिका में होगी. दरअसल, साइबर एक्सपर्ट टीम ने यात्रा शुरू होने से पहले ही ऐसी तमाम वेबसाइट्स को चिन्हित करते हुए उनकी जांच शुरू कर दी है जो चारधाम यात्रा में हवाई सेवा देने के नाम पर चलाई जा रही हैं. चारधाम यात्रा के दौरान हवाई सेवा के नाम पर ठगी या ब्लैक टिकटिंग का मामला कितना गंभीर है, इसको इसी बात से समझा जा सकता है कि खुद मुख्यमंत्री भी मामले में पुलिस के अधिकारियों को दिशा निर्देश दे चुके हैं.मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए यह स्पष्ट किया है कि हवाई सेवा में ठगी से जुड़े मामलों पर विजिलेंस सीधे तौर से नजर रखें, ताकि ऐसी घटनाओं की संभावना न रहे और ऐसा करने वालों की धरपकड़ के साथ उनके मंसूबों को फेल किया जा सके. चारधाम यात्रा में हेली सेवा के नाम पर ठगी का ये खेल बीते कई सालों से चल रहा है. पुलिस भी इस पर लगाम लगाने के लिए कई प्रयास कर चुकी है, लेकिन हर बार वो नकाफी ही साबित हुए हैं. साइबर ठग किसी न किस तरह आम श्रद्धालुओं को चूना लगाने में कामयाब हो जाते हैं.। *लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं।लेखक वर्तमान में दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।*

ShareSendTweet
Previous Post

सतत अनुसंधान एवं नवाचार में चुनौतियां व अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय सम्मेलन

Next Post

ग्रामीणों की ओर से बिजली, पानी, सड़क और बंदर-लंगूरों की शिकायतें दर्ज

Related Posts

उत्तराखंड

अब राज्य में सरकारी सेवाओं में चयन का आधार केवल और केवल मेरिट, प्रतिभा व योग्यता है: धामी

July 12, 2025
6
उत्तराखंड

जान हथेली पर रखकर स्कूल जाने को मजबूर छात्र-छात्राएं

July 12, 2025
7
उत्तराखंड

राष्ट्रीय खेलों के बाद उत्तराखंड में खेलों की नई उड़ान, सीएम धामी ने दिए लिगेसी प्लान पर तेज़ कार्यवाही के निर्देश

July 12, 2025
7
उत्तराखंड

सीएम धामी के नेतृत्व में हरेला पर्व पर रिकॉर्ड बनाएगा उत्तराखंड

July 11, 2025
16
उत्तराखंड

डोईवाला: खुले में कूड़ा फेंकने पर 10 हज़ार का जुर्माना लगाया

July 11, 2025
149
उत्तराखंड

उत्तराखंड में पाखंडियों पर शिकंजा कसने के लिए ऑपरेशन कालनेमि

July 11, 2025
15

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

अब राज्य में सरकारी सेवाओं में चयन का आधार केवल और केवल मेरिट, प्रतिभा व योग्यता है: धामी

July 12, 2025

जान हथेली पर रखकर स्कूल जाने को मजबूर छात्र-छात्राएं

July 12, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.