फोटो-नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंची शंकरचार्य की पवित्र गददी व श्री रावल ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। शंकराचार्य की पवित्र गददी के साथ श्री रावल जोशीमठ पंहुचे। नृंिसह मंदिर मठागंण मे पुष्पवर्षा के साथ गददी व रावल का स्वागत हुआ।
भगवान बदरीविशाल के कपाट बंद होने के तीसरे दिवस पूर्व धार्मिक पंरपरानुसार श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल श्री ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की पवित्र गददी के साथ जोशीमठ पंहुचे। गढवाल स्काउटस की बैण्ड धुन व बाजे-गाजों के साथ स्थानीय लोगो ने पवित्र गददी व श्री रावल का भब्य स्वागत किया।
शीतकालीन पूजा स्थली नृंिसहं मंदिर जोशीमठ पंहुचने पर पवित्र गददी को दर्शनार्थ मठागंण मे रखा गया। इस दौरान श्री रावल ने सिद्धपीठ नवदुर्गा मंदिर, वासुदेव मंदिर, आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की अधिष्ठात्री देवी राजराजेश्वरी व भगवान नृंिसहं का पूजन अर्चन किया। सभी मंदिर मे पूजाओ का संपादन स्थानीय पुरोहित पंडित सुशील सती ने कराया। इस दौरान श्री रावल के साथ धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी आचार्य सत्यप्रसाद चमोला, व राधाकृष्ण थपलियाल,वेदपाठी पंडित रविन्द्र भटट,डिप्टी सीईओ सुनील तिवारी, मंदिर अधिकारी एमपी सती, व सहायक मंदिर अधिकारी राजेन्द्र सिह चैहान आदि मौजूद थे।
नृंिसंह मंदिर मठांगण पंहुचने पर पवित्र गददी व श्री रावल का स्वागत करने वालो मे नव निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र पवंार,,देव पुजाई समिति जोशीमठ की ओर से उमेश सती, विजय डिमरी, सतीश भटट, भगवती प्रसाद नंबूरी, गोंिवंद प्रसाद भटट, ममंद अध्यक्षा कुसुम सती, पूर्व पालिकाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, कमल रतूडी व पूर्व मंमद अध्यक्ष प्रेमलता विष्ट तथा मनीषा सती आदि सैकडो लोग शामिल थे।
पवित्र गददी के जोशीमठ पंहुचने से पूर्व श्री रावल ने देवभूमि उत्तराखंड के प्रथम प्रयाग विष्णु प्रयाग मे भगवान विष्णु के मंदिर मे पूजा/अर्चना की व ध्वज रोपित किया। इसके उपरांत सीमा संडक संगठन के मारवाडी मुख्यालय मे एक धार्मिक सभा मे श्री रावल ने आर्शीवचन दिए।