

देहरादून। राज्य में कोरोना संक्रमण इस कदर बढ़ गया है कि केंद्रित काल सेंटर से उन सबसे बातचीत करना संभव नहीं हो पा रहा है। इसलिए आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों को जिलेवार काउंसिलर से संपर्क की जिम्मेदारी जिलाधिकारियों को दी गई है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव अमित सिंह नेगी ने सभी जिलाधिकारियों और स्वास्थ्य महानिदेशक को एक पत्र जारी किया है।
पत्र में कहा गया है कि होम आइसोलेशन में रहकर उपचार कर रहे रोगियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हो रही है। पत्र में यह भी कहा गया है कि पूर्व में होम आइसोलेशन में उपचार लेने वाले रोगियों को काल सेंटर से समय-समय पर फोन कर उनकी सेहत और जरूरत की जानकारी ली जाती रही है, अब होम आइसोलेशन मे ंउपचार ले रहे रोगियों को किसी मेडिकल काउंसिलर के माध्यम से परामर्श उपलब्ध कराना प्रभावी उपचार के लिए आवश्यक है।
शासन स्तर से इसके लिए नई मानक संचालनात्मक प्रक्रियाओं का निर्धारण किया गया है। जांच में प्रति दिन पाजिटिव पाए गए रोगियों की सूची स्वास्थ्य विभाग नोडल अधिकारी होम आइसोलेशन और संबंधित जिलाधिकारी को सौंपेंगे। जिलाधिकारी प्रत्येक होम आइसोलेशन में रखे गए रोगी को मेडिकल काउंसिलर उपलब्ध कराएगा। एक काउंसिलर अधिकतम 50 रोगियों की जांच करेगा।