फोटो- औली बुग्याल मे हुक्का व शराब के साथ मस्ती करते तथाकथित पर्यटक
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ।
औली बुग्याल की शान्त वादियों मे भी पंहुच रहे हुक्का व शराब वाले हुडदंगी। बुग्यालों मे गंदगी फैलाकर पर्यावरण को भी दूषित कर रहे है।
हरिद्वार ही नही अब औली बुग्याल की शांन्त वादियों मे भी हुक्का व शराब लेकर पंहुचने लगे है। स्वयं को पर्यटक बताने वाले इस प्रकार के हुडदंगियों से न सरकारी को और ना ही स्थानीय लोगो को कोई लाभ मिल पा रहा है। ये लोग जहाॅ जी चाहे अपने वाहनो को खडा कर वही पर हुक्का व शराब शुरू कर देते है, और स्वयं ही अपना भोजन भी तैयार कर रहे है, इस प्रकार के तथाकथित पर्यटको से ना जीएमवीएन को ही लाभ मिल रहा है और ना ही स्थानीय होटल-ढाबा वालों को। ये लोग बुग्यालों मे प्लास्टिक कचरा व गंदगी भी फैला रहे है।,
पर्यटक स्थल कहे जाने वाले बुग्यालों,ट्रैकिंग मागों व विश्व धरोहर पार्को को खोले जाने के बाद इस प्रकार के लोग भी बेरोकटोक इन क्षेत्रों मे पंहुचने रहे है, और पहाड की शाॅन्त वादियों को भी दूषित कर रहे है।
ऐसा नही कि प्रकृति प्रेमी पर्यटक इन स्थानो मे नही पंहुच रहे है, वे अपने निर्धारित कार्यक्रम , एडवाॅस बुकिंग के साथ इन स्थलों मे पंहुचकर शालीनता से विचरण करते हुए पहाड की हसीन वादियों का लुफ्त उठा रहे है, लेकिन पर्यटको के नाम पर इस प्रकार के हुडदंगी भी पंहुच रहे है जो यहाॅ की आबों-हवा को ही दूषित करने मे तुले है। कोविड गाडड लाइन के अनुपालन की तो इनसे उम्मीद ही नही की जा सकती।
जीएमवीएन के क्षेत्रीय प्रबंन्धक पीएस विष्ट के अनुसार औली व आस-पास पंहुचने वाले इस प्रकार के तथाकथित पर्यटको से ना जीएमवीएन को और ना ही स्थानीय पर्यटन ब्यवसायियेां को ही कोई लाभ मिल पा रहा है। ये लोगा अपने वाहनो मे ही खाना बनाने की सामग्री लेकर चल रहे है, इस प्रकार के लोग औली स्लोप के आस-पास व अन्य क्षेत्रो मे गन्दगी फैलाने के अलावा और कुछ नही कर रहे है। उन्होने कहा कि स्वयं को पर्यटक कहने वाले इस प्रकार के लेागो की निगरानी किए जाने की आवश्यकता है।











