रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
चाहे जो कुछ हो जाये हम हुक्का गैंग तो नहीं सुधरेंगे जी,
हम पुलिस हैं ना सुधारने के लिए, काहे को चिन्ता करते हो।
एक प्रचलन सा चल पड़ा है कि चाहे कुछ भी हो जाये, हम तो श्रद्धालु हैं नहीं, भीड़ में आ गये, जवानी है अभी तो चलो जी केदारनाथ की ओर
और हां हुक्का चिलम के बिना तो हम एक इंच खिसक भी नहीं पा रहे।
जी हाँ हम बात कर रहे हैँ श्री केदारनाथ धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के बीच चलने वाले उन हुड़दंगियों की, जो आस्था की आड़ में धर्म को बदनाम करने में पीछे नहीं रहते। ऐसे हुड़्दंगी शौकीनों को रोकना भी जरूरी है, वरना धर्म.आस्था के नाम पर धीरे.धीरे अराजकता फैलनी तय है।
हर कोई बाबा की भक्ति साधना में लीन होते हुए यहां यानि श्री केदारनाथ जी के दर तक आ रहा है। पर कुछ हैं कि चलो जी हम भी चल देते हैं। ये पहुंच भी जा रहे हैं और बिना हुक्के के इनको ऐसा महसूस हो रहा कि कहीं इनका हुक्का पानी तो बन्द नहीं हो जायेगा।
अरे कौन समझाये इनको कि बाबा के दर पर आये हैं तो बस श्रद्धाभाव ही काफी है।किसी हुक्का, बीड़ी, तम्बाकू चिलम की जरूरत है ही नहीं। अरे भाई ठण्ड लग रही है तो गरमागरम चाय की चुस्कियां लो न, नहीं तो कॉफी पी लो।
जब ये लोग बड़े बड़े पत्थरों की आड़ लेकर हुक्का सुलगा रहे और फिर मचा रहे हुड़दंग, तो ऐसे में पुलिस भी कहां चुप रहने वाली। हुड़दंगियों को सबक सिखाना भी जरूरी हो जा रहा है। लगातार दूसरे दिन श्री केदारनाथ पुलिस द्वारा 04 हुक्काबाजों को पकड़ लिया है।
इनको श्री केदारनाथ धाम की पवित्रता और यहां की मर्यादा के बारे में बताया गया। चूंकि ये मर्यादा तो लांघ ही चुके थे तो इनको इसका प्रसाद भी दिया गया, यानि इनका पुलिस अधिनियम के तहत चालान किया गया। इनके द्वारा न केवल बाबा केदार की पवित्र भूमि अपितु सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य के किसी भी कोने में हुक्का न पीने की बात कही गयी है। अब ये इसका पालन कितना करते हैं, ये तो इनकी आत्मा जानती होगी।
उत्तराखण्ड पुलिस के स्तर से चलाये जा रहे मिशन मर्यादा के तहत
चौकी श्री केदारनाथ पुलिस द्वारा चालान किए गए व्यक्तियों का विवरण’…..
1 अमित निवासी खेड़ी, मेरखा, जिला कैथल हरियाणा
2 राजनाथ निवासी करौंदा, जिला संगरूर पंजाब
3 मनदीप निवासी करौंदा, जिला संगरूर पंजाब
4 गुरमीत निवासी करौंदा, जिला संगरूर पंजाब