फोटो- धरना स्थल पर लोगो को संबोधित करते दण्डी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ज्योतिष एवं द्वारका पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के प्रतिनिधि ने जोशीमठ पंहुचकर आॅल वैदर रोड को ज्योर्तिमठ से पूर्ववत जोडे रखे जाने के आंदोलन को समर्थन दिया। कहा केन्द्र व राज्य सरकार जोशीमठ को एक नगर या कस्बा समझने की भूल ना करे। यह करोडो हिंदुओ की आस्था का केन्द्र है।
ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद महाराज के प्रतिनिधि/शिष्य दण्डी स्वामी अभिमुक्तेश्वरांनद जी महाराज ने यहाॅ आॅल वैदर रोड को लेकर जारी धरने मे सिरकत करते हुए आंदोलन को पूर्ण समर्थन दिया। धरना स्थल तहसील परिसर मे पंहुचकर उन्होने कहा कि उन्है शंकराचार्य महाराज द्वारा यहाॅ भेजा गया है। कहा कि यद्यपि महाराज श्री द्वारा पूर्व मे ही केद्रीय सडक परिवहन मंत्री को पत्र भेजकर ज्योर्तिमठ-जोशीमठ की स्थिति से अवगत करा दिया गया है। लेकिन इसके वावजूद उनके निर्देश पर वे काशी से यहाॅ पंहुचे है। और आंदोलन को तब तक समर्थन देगे जब तक आॅल वैदर रोड का निर्माण जोशीमठ होते हुए शुरू नही हो जाता।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि यह समय सबको मिलजुलकर साथ लेकर चलने का है। आपसी वैमन्यस्यता को छोड कर सभी लोगो को इसमे आगे आना चाहिए। एक राय हाने पर ही सरकारों को बाध्य होना ही पडेगा। उन्होने कहा कि यह संघर्ष लंबा चलेगा और जोशीमठ ही नही देहराूदन, दिल्ली के साथ ही देश के चारो धामो मे आंदोलन व अनशन करने पडेगें और इसके लिए उनके अनुयायी धर्म की रक्षा के लिए हर दम तैयार है।
आॅल वैदर रोड को जोशीमठ से पूर्ववत बनाए रखने की मांग को लेकर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के वैनर तले आंदोलन व धरना 18वें दिवस भी जारी रहा। 18वें दिन नगर पालिकाध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, निर्वतमान प्रमुख प्रकाश रावत के अलावा संघर्ष समिति के भगवती नंबूरी, अतुल सती, कमल रतूडी, रोहित परमार पूर्व पालिकाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, पर्वू प्रमुख ठाकुर सिंह राणा , हरेन्द्र राणा, पालिका सभासद अमित सती, प्रदीप भटट, मीना डिमरी, नितिन ब्यास, नितेश चैहान, व सुरेन्द दीक्षित सहित अनेक लोग मौजूद थे।
ज्यातिष्पीठ व द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज के शिष्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज का जोशीमठ बचाओ अंादोलन मे कूदने से एक नई आश भी जगी है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानदं जी महाराज धर्म की रक्षा के लिए पूर्व मे कई बडे आंदेालन कर चुके है। और बीते दिनो काशी मे मंदिरो को तोडे जाने के खिलाफ भी उन्होने जोरदार आंदोलन किया था।
ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती पहले ही आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए प्रधानमंत्री व सडक परिवहन मंत्री को पत्र लिख चुके है। और लगातार केन्द्र सरकार के संपर्क मे भी है। अब आम जनमानस व सभी राजनैतिक दलो के साथ शंकराचार्यो के भी आंदोलन मे कूदने से निश्चित ही जोशीमठ का अस्तित्व बचेगा और चारधाम आॅल वैदर रोड जोशीमठ से होकर ही निर्मित होगी।