फोटो- वेद मंत्रोच्चार के साथ कथा मंडप पर जाते हुए कथावाचक आचार्य ममगाॅई।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। भव्य कलश यात्रा के उपंरात श्रीमदभागवत कथा प्रवचन करते हुए प्रख्यात कथा वाचक आचार्य शिव प्रसाद मॅमगाॅई ने ने श्रीमदभागवत ग्रंथ के महात्म्य का वर्णन करते हुए कहा कि भागवत पुराण व दिब्य गं्रथ है जो पुराना होते हुए हमेशा नया है। और भागवत कथा श्रवण से मनुष्यों मे धर्म के प्रति नई जागृति उत्पन्न होती है।
ज्योतिष्पीठ ब्यास पद से अंलकृत एंव चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष आचार्य ममगाॅई यहाॅ रविग्राम के श्रीमदभागवत कथा के शुभांरभ अवसर पर प्रवचन कर रहे थे। उन्होने श्रीमदभागवत के महात्म्य का विस्तृत वर्णन करते हुए श्रोताओं से अलगे सप्ताहभर कथा श्रवण कर पुण्य के भागी बनने का आवहान किया। 104वर्षीय वयोबृद्ध पंडित महीधर बहुगुणा भी कथा मंडप मे आर्शीबाद देने के लिए मौजूद रहे।