फोटो- उर्गम घाटी के समस्याओ को लेकर आंदोलन की रणनीति बनाते घाटी के ग्रामीण ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। कल्प क्षेत्र विकास आंदोलन ने उर्गम घाटी की ज्वलंत समस्याओ के निराकरण की मंाग को लेकर डीएम को ज्ञापन भेजा।
उर्गम घाटी जो आजादी के बाद भी मूलभूत समस्याओ को लेकर दुर्गम बनी हुई है। यहाॅ सडक व शिक्षा की मुख्य समस्याओ को लेकर उर्गम घाटी के कई ग्राम पंचायतो के ग्रामीणो ने बैठक कर विकास के लिए आंदोलनात्मक रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। वक्ताओ ने कहा कि उर्गम घाटी के ग्रामीण आजादी के बाद से ही विकास के लिए लगातार संघर्ष कर रहे है। हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग हो या पंच बदरी व पंच केदारों की भूमि मे तीर्थाटन को बढावा उिए जाने का मामला हमेशा से ही घाटी के ग्रामीणों को चुनावो के दौरान कोरे आश्वासन देकर ठगा जाता रहा है। अब ग्रामीणो ने आर-पार की लडाई का मन बनाते हुए संघर्ष का विगुल फॅूका है।
बैठक मे एक राय बनी कि बडे आंदोलन से पहले एक बार जिलाधिकारी को सूचित करते हुए उनसे भेंट की जाय। यदि उसके बाद भी कोई कार्यवाही नही होती तो सघर्ष ही एक मात्र विकल्प रहेगा।
कल्प क्षेत्र विकास आंदोलन की ओर से डीएम चमोली को भेजे गए ज्ञापन मे भेंटा-भर्की चक उर्गम मोटर मार्ग के लिए वन भूमि हस्तातंरण की प्रक्रिया शीध्र पूरी करते हुए सडक निर्माण की निविदाएं आमंत्रित किए जाने, हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग के किमी0 01 से 03 तक के डेंजर जोन का सुधारीकरण किए जाने,राजकीय इण्टर कालेज उर्गम के निर्माधाधीन मुख्य भवन का निर्माण शीध्र पूरा किए जाने व रिक्त प्रवक्ताओ व एल0टी0 शिक्षको की शीध्र नियुक्ति किए जाने, कल्प गंगा मे खवाला नामक स्थान पर निर्माणाधीन पैदल पुल के छूटे कार्यो को शीध्र पूरा कराने, तथा पंच बदरी व पंच केदारो की भूमि उर्गम घाटी के पर्यटन स्थलो के विकास के लिए महायोजना तैयार किए जाने की मांग की गई हे।
डीएम को भेजे ज्ञापन मे उर्गम के प्रधान हरीश परमार, देवग्राम की प्रधान पूर्णी देवी, ल्यारी-थैंणा की प्रधान नर्बदा देवी, भेंटा के प्रधान लक्ष्मण ंिसह नेगी,भर्की के प्रधान दुलब सिंह रावत, राजेन्द्र रावत, बख्तावर सिह रावत सहित अनके जनप्रतिनिधियो के हस्तारक्षर है।