-औली मे स्वीकृत कृषि विज्ञान केन्द्र को लेकर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से वार्ता करते बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। औली में कृषि विज्ञान केन्द्र की घोषणा व शिलान्यास के दो वर्ष बीतने के बाद भी कृषि विज्ञान केन्द्र नहीं खुल सका। बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष/भाजपा जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने सूबे के कृषि मंत्री से भेंट कर औली मे शीध्र कृषि विज्ञान केन्द्र शुरू करने का आग्रह किया है।
औली मे कोटी फार्म की करीब 21हैक्टेयर भूमि पर कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना की घोषणा के बाद जून 2017मे केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने बदरीनाथ धाम मे इस केन्द्र के शिलान्यास के शिलापट का अनावरण भी किया था। लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी औली मे बहुप्रतीक्षिम कृषि विज्ञान केन्द्र शुरू नही हो सका। लगातार पत्राचार करने के उपरांत सूबे के कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल के निर्देश पर पंतनंगर विश्व विद्यालय द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय वैज्ञानिको के दल ने कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना किए जाने हेतु पूर्व मे चिन्हित राजकीय आलू बीज उत्पादन प्रेक्षत्र ’’केाटी’’ की भूमि को उपयुक्त नही मानते हुए औली मे ही परसारी लगा औली मे राजकीय उद्यान प्रेक्षेत्र की भूमि का निरीक्षण कर उद्यान प्रक्षेत्र की भूमि को कृषि विज्ञान केन्द्र के लिए उपयुक्त बताया। जिसकी सर्वेक्षण आख्या कुलपति पंतनंगर द्वारा भारतीय कृषि एंव अनुसंधान परिषद को प्रेषित कर दी गई है।
उच्चस्तरीय सर्वेक्षण दल मे शामिल कृषि विज्ञान केन्द्र ग्वालदम के प्रभारी डा0 संजय कुमार के अनुसार पूर्व मे प्रस्तावित व चिन्हित कोटी फार्म की भूमि तक पंहुचने के लिए संडक संपर्क मार्ग नही है। और उक्त क्षेत्र वर्ष मे चार से पंाच महीने हिमाच्छादित रहता है। कहा कि कृषि विज्ञान केन्द ऐसे पंहुच वाले स्थान पर होना चाहिए जहाॅ काश्तकार आसानी से पंहुचकर प्रशिक्षण ले सके और नई तकनीकियों की जानकारी ले सके। डा0 संजय कुमार ने बताया कि औली मे निचले इलाके मे संडक संपर्क से जुडा राजकीय उद्यान फार्म है। यहाॅ पाॅच हेक्टेयर भूमि मे कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित किया जा सकता है और उक्त भूमि केन्द्र के लिए उपयुक्त है। और इस प्रकार की रिपोर्ट वैज्ञानिक दल द्वारा सरकार को प्रेषित कर दी गई है।
सीमंात काश्तकार औली मे कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना की घोषणा के बाद से केन्द्र के संचालन की प्रतीक्षा कर रहे थे। लेकिन दो वर्ष बाद अब जाके संबधित विभाग ने कोटी फार्म की भूमि को रिजक्ट कर उद्यान फार्म की भूमि को उपयुक्त बताया।
दो वर्ष से अधिक का समय बीतने के बाद भी औली मे कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना नही होने पर बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष/भाजपा जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने सूबे के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से भेंट कर औली मे प्रस्तावित कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना मे हो रही देरी की जानकारी लेते हुए उनसे घोषणा के अनुरूप यथाशीध्र औली मे कृषि विज्ञान केन्द्र खोले जाने का आग्रह किया है।
श्री थपलियाल ने बताया कि कृषि मंत्री ने उन्है जानकारी दी है कि औली मे कृषि विज्ञान केन्द्र खोलने के लिए सरकार हर स्तर से कार्यवाही कर रही है। उनके निर्देश पर ही बीती 11जुलाई को वैज्ञानिको के दल ने औली पंहुचकर कोटी फार्म एव उद्यान फार्म की भूमि का सर्वेक्षण किया है। और किसानो के हित को देखते हुए उद्यान फार्म की भूमि को केबीके के लिए उपयुक्त बताया है। अब उस दिशा मे ही अगली कार्यवाही की जा रही है।