लामबगड स्लाइड जोन के निचले ओर से तैयार किए गए पैदल पथ से वापस लौटते तीर्थयात्री।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। लामबगड स्लाइड जोन टूटने के बाद शुक्रवार को निचले इलाके से पैदल यात्रियों को निकाला गया। सडक खुलने मे अभी दो दिनो का समय लगने का अनुमान है। बोल्डरो के गिरने का क्रम अभी भी जारी।
बृहस्पतिवार सुबह से बंद लामबगड स्लाइड से शुक्रवार को करीब 150मीटर क्षेत्र से मलबा हटाया जा सका जबकि करीब चार सौ मीटर क्षेत्र मलबे से पटा हुआ था। पत्थरो के गिरने के कारण मलबा हटाने के काम मे तेजी लाना संभव नही हो पा रहा है। इस बीच कार्यदायी संस्था द्वारा स्लाइड जोन के निचले क्षेत्र मे निर्माणाधीन सुरक्षा कार्यो व अस्थाई सडक से पैदल आवाजाही के लिए मार्ग तैयार कर शुक्रवार सुबह से बदरीनाथ की ओर फॅसे तीर्थयात्रियों को पैदल निकालना शुरू किया गया। तीर्थ यात्रियों को पूरी सुरक्षा के साथ निकाला जा रहा है। क्योकि स्लाइड के ऊपरी ओर से बोल्डर व पत्थरो के गिरने का क्रम निरंतर जारी है। मौके पर पुलिस, प्रशासन व एसडीआरएफ के जवानो द्वारा यात्रियो की सुरक्षित आवजाही कराई जा रही है।
लामबगड स्लाइड जोन मे पहली बार पूरी की पूरी चटटान सडक पर आ गिरी है। जाहिर इसका मलबा साफ करने मे अभी और समय लगेगा। बृहस्पतिबार से मलबा हटाने का कार्य शुरू हुआ जो शुक्रवार सायं तक केवल डेढ सौ मीटर से मलबा हटा सका।
जोशीमठ के एसडीएम अनिल चन्याल के अनुसार मौके पर मलबा हटाने का कार्य निंरतर जारी है। तीर्थयात्रियो को सुरक्षित पैदल पथ से निकाला जा रहा है। उनके रहने वा खाने-पीने के सभी बंदोबस्त किए गए है। कहा कि यदि मौसम ने साथ दिया तो शनिवार सायं अथवा रविबार दोपहर तक स्लाइड जोन मे पडे मलबे का हटा लिया जाऐगा और पहले बदरीनाथ की ओर फॅसे वाहनो को निकाला जाऐगा।












