प्रकाश कपरूवाण, जोशीमठ।
भारी बारिश व जल विद्युत निगम की नहर लीकेज होने के कारण हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया है, जल विद्युत निगम एवं पीएमजीएसवाई की लापरवाही के कारण उर्गम घाटी के ग्रामीण बेहद परेशान है,और इसका खामियाजा श्रावण के पवित्र मास मे पंच केदारों मे एक भगवान कल्पनाथ मंदिर पहुंचने वाले शिव भक्तों को भी उठाना पड़ रहा है।
दशकों के आंदोलन के बाद प्रकृति की अनमोल धरोहर उर्गम घाटी के सड़क से जुड़ने का सपना पूरा हुआ लेकिन इस सड़क की दशा हमेशा सोचनीय ही रही है।
इस सड़क को सबसे ज्यादा नुकसान जल विद्युत निगम की नहर से हुआ है, नहर का बार बार लीकेज व क्षतिग्रस्त होने से सड़क कई बार टूट चुकी है।
सड़क निर्माण की कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई ने सड़क का निर्माण तो किया लेकिन नालियों का निर्माण नहीं किया जिसके कारण भी सड़क कई स्थानों पर ध्वस्त हो गई है।
आवागमन ठप्प होने व बदहाल सड़क को दुरस्त कराने व यातायात बहाल करने की मांग को लेकर ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार के नेतृत्व एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर तत्काल आवाजाही शुरू कराने की मांग की गई।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन मे नहर के मुहाने से पावर हाऊस तक नहर को बन्द कर लोहे की पाइप से पानी पहुंचाने,पीएमजीएसवाई से नालियों का निर्माण कराए जाने,उर्गम से पल्ला-जखोला मोटर मार्ग की नई डीपीआर बनाते हुए एलाइमेन्ट मे यथोचित परिवर्तन करने व हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग को फिलहाल अस्थाई यातायात के लिए सुचारू करने की मांग की गई है।ज्ञापन देने वालों में ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार के अलावा प्रधान संगठन जोशीमठ के अध्यक्ष अनूप नेगी,उर्गम की प्रधान मिंकल देवी,कल्प क्षेत्र विकास आंदोलन के सचिव लक्ष्मण नेगी,सरपंच प्रकाश पंवार,व महाबीर आदि थे।












