थराली से हरेंद्र बिष्ट।
कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए राज्य सरकार के द्वारा पिछले माह की 10 मई को जारी एसओपी के चलते बंद किए गऐ लाईसेंसी मदिरा दुकानों एवं बार को अनिश्चितकाल के लिए बंद किए जाने के बाद पिछले दिनों जारी नई एसओपी के तहत एक सप्ताह के अंदर केवल तीन दिनों में आधे समय के लिए खोले जाने के आदेश के बाद जहां पुलिस प्रशासन सोशल डिस्टेंस की चुनौती से निजात पाने के प्रयासों में जुट गया है, वही एक माह से शराब के तलबगार भी अधिक से अधिक शराब एकत्रित करने की जुगत लडाने लगे हैं।
दरअसल राज्य में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण मजबूरन राज्य सरकार को भी लाॅकडाउन जैसे कड़े कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा था। इसके तहत 10 मई से राज्य के सभी देशी एवं अंग्रेजी की शराब की दुकानें भी बंद करनी पड़ी थी। अब कोरोना संक्रमण कुछ कम होने के बाद सरकार ने पिछले दिनों एक सप्ताह के अंदर तीन दिनों 9, 11 एवं 14 जून को राज्य की शराब की दुकानों को प्रातः 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक खोलने के आदेश जारी किए हैं। उससे शराब के तलबगारों ने लंबी राहत की सांस ली है। शराब के तलबगार इस जुगत में लगे हुए हैं कि किस तरह से कम समय में अपनी आवश्यकता के अनुरूप शराब को जमा की जाए।
क्योंकि शराब की दुकानों के समय को लेकर एक सप्ताह बाद सरकार के द्वारा क्या निर्माण लिया जाएगा कहा नहीं जा सकता है। लंबे समय बाद शराब की दुकानों के खुलने की स्थिति में सोशल डिस्टेंस को कायम रखने के लिए पुलिस प्रशासन खाशा परेशान नजर आ रहा है। हालांकि व्यवस्था बनाए रखने के लिए दुकानों के आसपास लोगों के खड़े होने के लिए गोले बनाए जाने का काम पूरा कर लिया गया है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन सामाजिक दूरी बनवाने एवं व्यवस्था कायम रखने में कितना कामयाब होगा यह तो बुधवार को 5 घंटों के लिए खुलने वाली शराब की दुकानों से ही पता चल पाएगा।