हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली/देवाल।
जिला चमोली के सबसे बड़े गांवों एवं सैनिक बाहुल्य गांव सवाड़ स्थित मां भराड़ेश्वरी मंदिर एवं ग्वीला गांव स्थित संगील नाग के कपाट शीत काल के लिए विधि-विधान के साथ बंद
हो गये हैं।
सवाड़ स्थित भराड़ी देवी के मंदिर एवं ग्वीला स्थित संगील नाग मंदिर के कपाटों केस बंद होने की प्रक्रिया प्रातः काल से ही शुरू हो गई थी। इसके तहत मंदिरों में चढ़ावें के साथ ही हवन-यज्ञ किया गया।इस दौरान सवाड़,ग्वीला,लौसरी सहित आसपास के भक्तजनों ने पूजा-अर्चना कर मनौतियां मांगी।इस मौके पर
इस मौके पर सवाड की प्रधान आशा धपोला, सवाड वार्ड के जिला पंचायत सदस्य बलवीर राम,क्षेपंस दलवीर राम,सवाड़ सैनिक मेला समिति के अध्यक्ष आलम सिंह बिष्ट, एसबीआई देवाल के शाखा प्रबंधक राजेश नेगी, चमोली जिला सहकारी बैंक की देवाल शाखा के प्रबंधक मुकेश पाठक,सवाड के धन सिंह धपोला,भरत सिंह बिहारी, दर्शन धपोला, महिपाल बिष्ट, पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष गोविंद सिंह बिष्ट,उप प्रधान प्रमोद धपोला, केदार सिंह मेहरा महिला मंगल दल की अध्यक्ष बसंती मेहरा, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष त्रिलोक सिंह दानू, राजेंद्र भंडारी आदि ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कपाट बंद होने की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई। जबकि कपाट बंद करने के दौरान पंडित गिरीश मिश्रा ने पूजा पाठ एवं हवन-यज्ञ का कार्य सम्पादित करवाया।
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भारतीय स्टेट बैंक की शाखा देवाल के शाखा प्रबंधक राजेश नेगी ने सवाड़ स्थित सैनिक म्यूजियम को बैंक की और से सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं आगंतुकों के बैठने की लिए आरामदायक कुर्सियां सौंपी।जिस पर सवाड़ के ग्रामीणों ने बैंक एवं शाखा प्रबंधक का आभार व्यक्त किया।












