31 जनवरी को बैलपोखरा क्षेत्र के खेत में एक महिला का जला हुआ शव मिला था। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव और रामनगर सीओ के निर्देशन में पुलिस की एक टीम ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी, टीम ने सीसीटीवी फुटेज में कार के मूवमेंट और नंबर प्लेट का पता लगाया तो हत्या का खुलासा भी हो गया।
पुलिस के अनुसार, मूल रूप से पंजाब के फिरोजपुर जिले की एकता कालोनी गली नंबर दो अबोहर का रहने वाले रविंद्र ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी, उसने अपने दिल्ली के दोस्त की कार का इस्तेमाल किया, रविंद्र के अनुसार उसने 24 जनवरी को अपने दोस्त कुलदीप को फ़ोन करके अपनी पत्नी की हत्या के लिए रस्सी, जला हुआ 5-6 लीटर मोबिल आयल और एक कार का इंतजाम करने के लिए कहा था।
साथ ही रविंद्र ने अपनी पत्नी को भरोसा दिया कि उसके दोस्त कुलदीप की करीबी एक महिला मुंबई में फिल्म कलाकारों को ट्रेनिंग देती है, उसे भी फिल्म में एक्टिंग करने का मौका मिल जायेगा इसके बाद रविंद्र 30 जनवरी को पत्नी को लेकर रामनगर पहुंचा। रोडवेज के पास उसने पत्नी की चाय में नींद की गोलियां डाल दी।
रामनगर से कालाढूंगी की तरफ आते हुए रात डेढ़ बजे जब अनीता बेहोश हो गई तो चूनाखान के पास रविंद्र ने डिग्गी से रस्सी निकालकर अनीता का गला घोंटा और मार डाला। वह अनीता की लाश को बैलपोखरा जाने वाले मार्ग पर ले गया, जहां खेत में फेंक दिया और ऊपर से मोबिल आयल डालकर आग लगा दी। घटना के दूसरे दिन रविंद्र दिल्ली चला गया।
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त वाहन की तलाश करने के लिए 110 सीसीटीवी के फुटेज खंगाले। एक कैमरे की जांच में कार का नंबर ट्रेस हो गया, पुलिस ने इसके आधार पर जांच शुरू की पता लगा कि कार रमनजीत सिंह के नाम है, जब पुलिस रमनजीत के पास गई तो उसने बताया कि उसकी कार उसके जीजाजी कुलदीप मांगकर ले गए थे ।
पुलिस ने जब कुलदीप को गिरफ्तार किया तो पता लगा कि उसके दोस्त रविंद्र ने अपनी पत्नी की हत्या के लिए उससे मदद ली थी, जिसके बाद पुलिस ने रविंद्र को खड़खड़ी मोतीचूर रेलवे स्टेशन हरिद्वार के पास से गिरफ्तार कर लिया । पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबिल आयल की जरीकेन, दो मोबाइल फोन, घटना के समय पहले गए आरोपियों के कपड़े बरामद कर लिए हैं।











