फोटो- राष्ट्रपति पुरष्कार के लिए चयनित डा0 अशोक थपलियाल।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व छात्र डा0अशोक थपलियाल को संस्कृत भाषा के लिए उत्कृष्ठ कार्य करने पर राष्ट्रपति द्वारा ’’महर्षि बादरायन व्यास’’ सम्मान से नवाजा जाऐगा। स्वतंत्रता दिवस 2019 को राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी विज्ञप्ति मे विभिन्न भाषाओ मे उत्कृष्ठ कार्य करने वालो की सूची मे डा0अशोक थपलियाल का भी चयन हुआ है।
श्री बदरीनाथ वेद-वेदांग स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ के छात्र रहे डा0अशोक थपलियाल वर्तमान मे लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ दिल्ली मे एशोसिएट प्रोफेशर है। डा0 थपलियाल ने वर्ष 1998-99 मे संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ से शास्त्री उतीर्ण किया था। इससे पूर्व उन्होने सरस्वती विद्या मंदिर जोशीमठ से ही आठवी उत्तीर्ण किया था। डा0थपलियाल ने आचार्य व पीएचडी की डिग्री लाल बहादुर शास्त्री विद्यापीठ से ही ग्रहण की। और वही एशोसिएटस प्रोफेशर नियुक्त हुए। डा0 थपलियाल के पिता पंडित भगतराम थपलियाल ज्योतिष के प्रकांड विद्वान थे। और वे बदरीनाथ वेद वेदंाग स्नातकोत्तर महाविद्याल जोशीमठ मे सिंद्धात ज्यातिषाचार्य के पद पर कार्यरत रहें। और इसी विद्यालय से सेवानिवृत हुए।
डा0अशोक थपलियाल का राष्ट्रपति पुरूष्कार के लिए चयन होने पर खुशी जताते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा कि श्री बदरीनाथ वेद-वेदांग स्नातकोत्तकर संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ के साथ ही मंदिर समिति द्वारा संचालित संस्कृत महाविद्यालय मंडल-गोपश्वर व विद्यापीठ-रूद्रप्रयाग से अध्ययन कर निकले छात्रों ने संस्कृत के क्षेत्र मे उत्कृष्ठ कार्य करते हुए प्रदेश व देश का गौरव बढाया है। श्री थपलियाल ने कहा कि उत्तरांखड संस्कृत विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति डा0 डी0पी0 त्रिपाठी भी संस्कृत महाविद्याल जोशीमठ के ही छात्र रहे है।
बीकेटीसी के अध्यक्ष श्री थपलियाल ने कहा कि मंदिर समिति द्वारा संचालित तीनो संस्कृत विद्यालयो मे अध्ययन करने के उपंरात देश व विदेशो मे उच्च पदों पर आसीन सभी विद्वानो की सूची तैयार की जा रही हैं। और बदरी-केदार मंदिर समिति इन्है सम्मानित करेगी ताकि संस्कृत के प्रति आने वाली पीढियों का रूझान बढे।
डा0अशोक थपलियाल का राष्ट्रपति पुरूष्कार के लिए चयन होने पर श्री बदरीनाथ वेदवेदांग स्नातकेात्तर संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ के प्रधानाचार्य आचार्य रामदयाल मैदुली, सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालजे के प्रधानाचार्य आचार्य शंभू प्रसाद चमोला, शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य बदरी सिंह नेगी,संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ के शिक्षकगण अरिवंन्द पंत, डा0प्रदीप सेमवाल, आचार्य प्रदीप पुरोहित, आचार्य द्रवेश्वर थपलियाल,आचार्य वाणी विलास डिमरी, आचार्य श्रीकृष्ण मैठाणी, दाताराम बडथ्वाल,गौर सिंह खत्री सहित अनेक लोगो ने खुशी जताते हुए डा0अशोक थपलियाल को शुभकामनाएं प्रेषित की है।